पेट्रोलियम क्षेत्र की कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) में सरकार की तीन प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिये गोल्डमैन साक्स और सिटीग्रुप सहित पांच मर्चेंट बैंकरों का चयन किया गया है. इस बिक्री से सरकार को करीब 6,000 करोड़ रुपए प्राप्त हो सकते हैं. इसके लिए निवेश विभाग और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन (डीआईएपीएएम) द्वारा चुने गए अन्य बैंक हैं ड्यूश इक्विटीज, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज.
डीएपीएएम से पहले 10 मर्चेंट बैंकरों ने प्रस्तुतीकरण किया था, जिनमें से पांच का चयन किया गया था.
एसबीआई पीओ मेन्स के लिए उपरोक्त समाचार से मुख्य तथ्य-
- बी अशोक इंडियन आयल कारपोरेशन का वर्तमान अध्यक्ष है (IOC).
- विनिवेश विभाग को 10 दिसंबर 1 999 को एक अलग विभाग के रूप में स्थापित किया गया था और इसे 6 सितंबर, 2001 से बाद में विनिवेश मंत्रालय के रूप में बदल दिया गया था.
- 27 मई 2004 से, विनिवेश विभाग वित्त मंत्रालय के तहत विभागों में से एक है.
- 14 अप्रैल 2016 से विनिवेश विभाग को निवेश और सार्वजनिक आस्ति प्रबंधन (डीआईपीएएम) का नाम दिया गया है.
स्रोत- इकोनॉमिक टाइम्स