गुरु नानक देव की 553वीं जयंती 8 नवंबर को मनाई जाएगी। इस अवसर पर आज यानि 7 नवंबर को एक सामरोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। इस समारोह का आयोजन राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा के दिल्ली स्थित आवास पर किया गया। पीएम मोदी ने माथा टेका और आशीर्वाद लिया।
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इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि 3 साल पहले गुरु नानक देव जी का 550 वां प्रकाश पर्व उत्सव देश और विदेश में मनाया था। इन विशेष अवसरों पर देश को अपने गुरूओं का आशीर्वाद और प्रेरणा मिली है वह नए भारत के निर्माण की उर्जा बढ़ा रही है। प्रकाश पर्व का जो बोध, महत्व सिख परंपरा में रहा, आज देश उसी तन्मयता से कर्तव्य और सेवा परंपरा को आगे बढ़ा रहा है। गुरु नानक देव ने हमें जीवन जीने का मार्ग दिखाया था।
गुरु नानक देव जी का इतिहास
गुरु नानक देव जी का जन्म 1469 में तलवंडी ननकाना साहिब में हुआ था। उन्होंने इस दुनिया में ज्ञान लाने के लिए सिख धर्म की स्थापना की थी। उनकी विरासत, शिक्षाओं और जीवन को इस त्योहार के दौरान सम्मानित और मनाया जाता है। इस दिन, सिखों ने पूरे 48 घंटे तक बिना रुके अपने पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ किया। यह गुरुद्वारों में होता है और इसे अखंड पथ के नाम से भी जाना जाता है।