नवंबर 2016 में थोक मूल्य सूचकांक (WPI) पर आधारित मुद्रास्फीति पांच महीने के सबसे निचले स्तर 3.15% पर आ गई है, जो अक्टूबर महीने के 3.39% से कम है. सितम्बर WPI मुद्रास्फीति को 3.8% से 3.57% संशोधित किया गया था.
WPI “थोक माल की प्रतिनिधि वस्तुओं की कीमत” होती है. भारत इस सूचकांक का प्रयोग अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति मापने के लिए करता है. भारतीय WPI के आंकड़े पहले साप्ताहिक रूप से प्रति गुरूवार को जारी होते थे लेकिन 2009 से यह मासिक रूप से जारी किया जाता है. यह शेयर बाजार और निश्चित मूल्य बाजारों को भी प्रभावित करता है.
WPI “थोक माल की प्रतिनिधि वस्तुओं की कीमत” होती है. भारत इस सूचकांक का प्रयोग अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति मापने के लिए करता है. भारतीय WPI के आंकड़े पहले साप्ताहिक रूप से प्रति गुरूवार को जारी होते थे लेकिन 2009 से यह मासिक रूप से जारी किया जाता है. यह शेयर बाजार और निश्चित मूल्य बाजारों को भी प्रभावित करता है.
स्रोत – दि हिन्दू