उत्तराखंड, बिहार, झारखंड और दिल्ली में नमामी गांगे कार्यक्रम के तेजी से कार्यान्वयन के लिए 1,900 करोड़ रुपये की 20 परियोजनाएं मंजूर की गई हैं.
स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन (एनएमसीजी) की कार्यकारी समिति (ईसी) ने इन परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है. ईसी की स्वीकृति दी गई 20 परियोजनाओं में से 13 उत्तराखंड में हैं, जिसमें सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने, मौजूदा एसटीपी का उन्नयन और हरिद्वार में सीवेज नेटवर्क लगाने से लगभग 415 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत शामिल है.
इस योजना का उद्देश्य शहर के 1.5 लाख स्थानीय निवासियों द्वारा और विभिन्न उद्देश्यों के लिए पवित्र स्थानों पर उत्पन्न किये गए सीवेज जल का प्रबंधन करना है. इन सभी परियोजनाओं को केंद्र सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित किया जाएगा, जिनमें इन परियोजनाओं के संचालन और रखरखाव पर खर्च भी शामिल है.
स्रोत – दि हिन्दू