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जियो कम-से-कम समय में 5जी सेवाएं शुरू करने के लिये पूरी तरह से तैयार

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देश में पांचवीं पीढ़ी (5G) के स्पेक्ट्रम की नीलामी में रिलायंस जियो  (Reliance Jio) सबसे बड़ी बोलीदाता के रूप में उभरी है। कंपनी ने अगले 20 सालों के लिए 88,078 करोड़ रुपये की बोली के साथ नीलामी में बिके कुल स्पेक्ट्रम में से करीब आधा हिस्सा हासिल किया है। बता दें कि टेलीकॉम डिपार्टमेंट, भारत सरकार द्वारा आयोजित 5G स्पेक्ट्रम नीलामी में Jio ने जियो ने उम्दा माने जाने वाले 700 मेगाहर्ट्ज बैंड समेत विभिन्न बैंड 800MHz, 1800MHz, 3300MHz और 26GHz  में स्पेक्ट्रम खरीदा है। बता दें कि अगर 700 मेगाहर्ट्ज बैंड का उपयोग किया जाता है, तो एक टावर ही काफी क्षेत्र को कवर कर सकता है। दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 5जी सेवाएं अक्टूबर तक शुरू की जा सकती हैं।

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प्रमुख बिंदु

  • अडानी ग्रुप ने 26 मेगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम खरीदा है। यह सार्वजनिक नेटवर्क नहीं है। दूरसंचार क्षेत्र के दिग्गज सुनील मित्तल की भारती एयरटेल ने 43,084 करोड़ रुपये में 19,867 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम खरीदा है। वहीं, वोडाफोन आइडिया ने 18,784 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम खरीदा है।
  • कंपनी ने उम्दा माने जाने वाले 700 मेगाहर्ट्ज बैंड समेत विभिन्न बैंड में स्पेक्ट्रम खरीदा है। यह 6-10 किलोमीटर तक ‘सिग्नल’ दायरा प्रदान कर सकता है और देश में सभी 22 सर्किल में पांचवीं पीढ़ी के लिए एक अच्छा आधार बनाता है।
  • बता दें कि अगर 700 मेगाहर्ट्ज बैंड का उपयोग किया जाता है, तो एक टावर ही काफी क्षेत्र को कवर कर सकता है।
5G के लिए स्पेक्ट्रम नीलामी के बारे में अधिक जानकारी:
  • इंटरनेट नेटवर्क के पांचवें जनरेशन को 5G कहते हैं। यह एक वायरलेस ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस है, जो तरंगों के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराती है। इसमें मुख्य तौर पर तीन तरह के फ्रीक्वेंसी बैंड होते हैं।
  • उच्च गति वाले मोबाइल इंटरनेट की सुविधा देने में सक्षम 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी की यह राशि पिछले साल बेचे गए 77,815 करोड़ रुपये के 4जी स्पेक्ट्रम से लगभग दोगुना है। वहीं वर्ष 2010 में 3जी नीलामी से मिले 50,968.37 करोड़ रुपये के मुकाबले तीन गुना है।
  • रिलायंस जियो ने स्पेक्ट्रम नीलामी के बारे में कहा कि उसने 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम हासिल किये हैं। इससे अत्याधुनिक 5जी नेटवर्क तैयार होगा।

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