Home   »   ओणम महोत्सव 2022: जाने इसका इतिहास...

ओणम महोत्सव 2022: जाने इसका इतिहास और महत्व

ओणम महोत्सव 2022: जाने इसका इतिहास और महत्व |_3.1

ओणम का त्‍योहार (Onam Festival 2022) दक्षिण भारत में खासकर केरल में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। ओणम को खासतौर पर खेतों में फसल की अच्छी उपज के लिए मनाया जाता है। ओणम को मनाने के पीछे एक पौराणिक मान्यता है। कहा जाता है कि केरल में महाबली नाम का एक असुर राजा था। उसके आदर सत्कार में ही ओणम त्योहार मनाया जाता है।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

ओणम पर्व का खेती और किसानों से गहरा संबंध है। किसान अपने फसलों की सुरक्षा और अच्छी उपज के लिए श्रावण देवता और पुष्पदेवी की आराधना करते हैं। फसल पकने की खुशी लोगों के मन में एक नई उम्मीद और विश्वास जगाती है। ओणम मुख्यत: केरल, तमिलनाडु समेत दक्षिण भारत के राज्यों में मनाया जाता है। मलयालम सौर कैलेंडर के आधार पर ओणम चिंगम माह में मनाते हैं। इस साल ओणम का त्योहार 08 सितंबर दिन गुरुवार को मनाया जाएगा।

क्यों मनाते हैं ओणम का त्योहार?

ओणम का त्योहार भगवान विष्णु के वामन अवतार और राजा बलि के दोबारा पृथ्वी पर आने के उत्सव में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि राजा बलि हर साल ओणम के समय पाताल लोक से पृथ्वी पर आते हैं। पाताल से पृथ्वी लोक की यात्रा के उपलक्ष्य में ओणम का त्योहार मनाते हैं। वामन अवतार के समय भगवान विष्णु ने दान में तीन पग भूमि लेकर अपने भक्त बलि को पाताल लोक का राजा बना दिया था। ऐसी मान्यता है कि ओणम के दिन राजा बलि अपनी प्रजा से मिलने के लिए पृथ्वी पर आते हैं और उनके घरों में जाते हैं। इसके उपलक्ष्य में लोग अपने घरों की सजावट करते हैं और अपने राजा के आगमन की तैयारी करते हैं।

Find More Miscellaneous News Here

New television series called "Swaraj" being promoted by Anurag Thakur_80.1

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *