भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आर्थिक और नीति अनुसंधान विभाग (DEPR) के निदेशक, डॉ आशुतोष राराविकर ने “इंडियन बैंकिंग इन रेट्रोस्पेक्ट – 75 इयर्स ऑफ़ इंडिपेंडेंस” नामक एक नई पुस्तक लिखी है। पुस्तक का प्रकाशन असवद प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया गया है। भारत के प्रधान मंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय ने पुस्तक की प्रस्तावना लिखी है।
पुस्तक का सार:
पुस्तकों में 1991 के दौरान एलपीजी (उदारीकरण निजीकरण और वैश्वीकरण) सुधार, 1969 में पहली बार बैंकों का राष्ट्रीयकरण, 1991 के बाद नए निजी क्षेत्र के बैंकों का लाइसेंस, भुगतान बैंकों की स्थापना, लघु वित्त बैंक जैसे विभिन्न आर्थिक विकास पर प्रकाश डाला गया है।