भारतीय नौसेना और वायु सेना ने हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) के माध्यम से अपने पारगमन के दौरान अमेरिकी नौसेना कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (CSG) रोनाल्ड रीगन के साथ दो दिवसीय मार्ग अभ्यास शुरू किया. अभ्यास का उद्देश्य समुद्री संचालन में व्यापक रूप से एकीकृत और समन्वय करने की क्षमता का प्रदर्शन करके द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग को मजबूत करना है.
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भारतीय संरचना:
- नौसेना के INS कोच्चि और तेग, P-8I लंबी दूरी के समुद्री गश्ती विमान और मिग 29के लड़ाकू विमानों के साथ अभ्यास में भाग ले रहे हैं.
- दक्षिणी वायु कमान की जिम्मेदारी के क्षेत्र में अभ्यास के लिए IAF बल चार ऑपरेशनल कमांड के तहत बेस से काम कर रहे हैं और इसमें जगुआर और Su-30 MKI फाइटर्स, फाल्कन और नेत्रा अर्ली वार्निंग एयरक्राफ्ट और IL-78 एयर टू एयर रीफ्यूलर एयरक्राफ्ट शामिल हैं.
अमेरिकी संरचना:
- अमेरिका के CSG में निमित्ज़ श्रेणी के विमानवाहक रोनाल्ड रीगन, अर्ले बर्क-क्लास गाइडेड-मिसाइल विध्वंसक USS हैल्सी और टिकोनडेरोगा क्लास गाइडेड-मिसाइल क्रूजर USS शिलोह शामिल हैं.
- इसने पश्चिमी समुद्र तट पर तिरुवनंतपुरम के दक्षिण में किए जा रहे अभ्यास में F-18 लड़ाकू विमान और E-2C हॉकआई अर्ली वार्निंग एयरक्राफ्ट उतारे हैं.