भारतीय नौसेना ने भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड (BEL) के साथ रेडिएशन डेजलर्स (लेजर डैज़लर्स) के तीव्र प्रवर्तन (Stimulated Emission of Radiation Dazzlers) के माध्यम से प्रकाश प्रवर्धन (Light Amplification) की खरीद के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। शुरुआत में, 20 लेजर डेज़लर के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। लेजर डेज़लर तकनीक को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है और इसका निर्माण BEL, पुणे संयंत्र द्वारा किया जाएगा। यह पहला मौका है जब यह अनूठा उत्पाद स्वदेशी रूप से सशस्त्र बलों के लिए डिज़ाइन और विकसित किया गया है।
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Laser Dazzler के बारे में:
- इसका का उपयोग दिन और रात दोनों के दौरान सुरक्षित क्षेत्रों में प्रवेश करने आने वाले संदिग्ध वाहनों/नावों/हवाई जहाजों/यूएवी/समुद्री डाकुओं आदि को चेताने और रोकने के लिए एक गैर-घातक प्रणाली के तौर पर किया जाता है।
- आदेशों का पालन न करने की स्थिति में यह अपनी तीव्र चमक के माध्यम से व्यक्ति के/ऑप्टिकल सेंसर गतिविधि को रोकने में सक्षम है।
- साथ इस तकनीक की तीव्र चमक किसी भी व्यक्ति को थोड़ी देर के लिए भ्रमित/दिखाई देना बंद कर देती है। यह अपनी तीव्र चमक से विमान/यूएवी को भी विचलित कर देता है।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक: एम वी गौतम
- भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड मुख्यालय: बेंगलुरु
- भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड की स्थापना: 1954
- नौसेना स्टाफ के प्रमुख: एडमिरल करमबीर सिंह
- भारतीय नौसेना की स्थापना: 26 जनवरी 1950