भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian Council of Agricultural Research) ने प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय राजा भूमिबोल विश्व मृदा दिवस पुरस्कार 2020 जीता है। यह पुरस्कार खाद्य और कृषि संगठन (FAO) द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार आईसीएआर को विश्व मृदा दिवस के अवसर पर 5 दिसंबर को प्रदान किया गया था। आईसीएआर इंडिया को आधिकारिक तौर पर यह पुरस्कार जनवरी 2021 में बैंकाक में एक कार्यक्रम के दौरान थाईलैंड की रॉयल हाईनेस प्रिन्सेस महा चक्री सिकिनधोर्न द्वारा प्रदान किया जाएगा।
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ICMR को क्यों दिया जा रहा पुरस्कार?
- आईसीएआर को 2019 में विश्व मृदा दिवस समारोह में स्वस्थ मृदा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जिसने “Stop soil erosion, save our future” (मिट्टी के कटाव को रोको, हमारा भविष्य बचाओ) के तहत मिट्टी के कटाव की समस्या को संबोधित किया था।
- इस कार्यक्रम का आयोजन भोपाल स्थित भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान द्वारा किया गया था, जो उच्च शिक्षा के लिए एक स्वायत्त संस्थान था, जिसे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की छत्रछाया में स्थापित किया गया था।
राजा भूमिबोल विश्व मृदा दिवस पुरस्कार की शुरुआत साल 2018 में विश्व मृदा दिवस समारोह का आयोजन करके मृदा के बारे में जागरूकता बढ़ाने वाले सफल या प्रभावशाली व्यक्तियों या संस्थानों को सम्मानित करने के लिए की गई थी। यह पुरस्कार थाईलैंड द्वारा प्रायोजित है।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- खाद्य और कृषि संगठन के प्रमुख: Qu Dongyu.
- खाद्य और कृषि संगठन मुख्यालय: रोम, इटली
- खाद्य और कृषि संगठन की स्थापना: 16 अक्टूबर 1945.