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डच लेखक मैरीके लुकास रिजनेवेल्ड ने जीता साल 2020 का इंटरनेशनल बुकर पुरस्कार

डच लेखक मैरीके लुकास रिजनेवेल्ड ने जीता साल 2020 का इंटरनेशनल बुकर पुरस्कार |_3.1
डच लेखक मैरीके लुकास रिजनेवेल्ड (Marieke Lucas Rijneveld) ने अपने पहले उपन्यास ‘The Discomfort of Evening’ के लिए अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2020 जीता है। इसके साथ ही, रिजनेवल्ड 29 साल की उम्र में पुरस्कार जीतने के लिए सबसे कम उम्र की लेखिका बन गई है। यह किताब ग्रामीण नीदरलैंड के एक कट्टर ईसाई समुदाय के एक किसान परिवार की कहानी है, जिसमे उसका भाई की एक दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है, और वह सोचती है कि काश उसके भाई की जगह उसकी मौत हो जाती है।
इस पुस्तक को पहली बार डच में 2018 में प्रकाशित किया गया था और जिसका अंग्रेजी में अनुवाद मिशेल हचिसन द्वारा किया गया था। इस पुरस्कार के तहत £50,000 ($ 66,000) का पुरस्कार दोनों को बराबर पहचान देने के लिए लेखक और अनुवादक के बीच समान रूप से विभाजित किया जाएगा।
अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार के बारे में:

यह पुरस्कार हर साल किसी भी भाषा के काल्पनिक कथा उपन्यास को दिया जाता है, जिसका अनुवाद अंग्रेजी में हुआ है और प्रकाशन ब्रिटेन अथवा आयरलैंड में हुआ हो। इस पुरस्कार का उद्देश्य दुनिया भर से गुणवत्ता कथा साहित्य के प्रकाशन और पढ़ने को प्रोत्साहित करना है और अनुवादकों के काम को बढ़ावा देना है। उपन्यास और लघु-कथा संग्रह इस पुरस्कार के पात्र होते हैं। बुकर पुरस्कार Crankstart, a charitable foundation द्वारा प्रायोजित हैं।

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