भारत का तीसरा सबसे बड़ा ऋणदाता बैंक ऑफ बड़ौदा अपनी ऋण देने की पूरी प्रक्रिया का पूरी तरह से डिजिटलीकरण करने का फैसला किया, जिसमे होम, कृषि, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME), पर्सनल और ऑटो लोन शामिल हैं। इससे पहले बैंक का हाल ही में विजया बैंक और देना बैंक के साथ विलय पूर्णयता पूरा हो गया।
बैंक ऑफ बड़ौदा डिजिटल ऋण के बारे में:
- अब नए लोन का सत्यापन और मंजूरी डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए ही की जाएगी जबकि पिछले ऋणों को लागत में कटौती और लाभप्रदता में सुधार के लिए भी डिजिटल किया जाएगा।
- बैंक अगले छह महीनों में अपनी रिटेल और एमएसएमई प्रक्रियाओं को डिजिटल बनाने की योजना पर काम कर रहा है।
- बैंक ने कॉर्पोरेट कार्यालय में एक नया डिजिटल ऋण प्रदान करने वाला विभाग स्थापित किया है, जिसमें रिटेल, एमएसएमई, कृषि और सर्विस वर्टिक्स जैसे एनालिटिक्स सेंटर, रिस्क मैनेजमेंट, मार्केटिंग सहित विभिन्न क्रेडिट वर्टाप के साथ पर्याप्त ओवरलैप होगा।
- इस डिजिटल ऋण देने वाले विभाग को स्थापित करने के लिए बैंक McKinsey और Boston Consulting Group जैसी कुछ बड़े परामर्शदाताओं की सहायता ले रहा है।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- बैंक ऑफ बड़ौदा मुख्यालय: वडोदरा, गुजरात.
- बैंक ऑफ बड़ौदा के एमडी और सीईओ: संजीव चड्ढा.
- बैंक ऑफ बड़ौदा टैगलाइन: भारत का अंतर्राष्ट्रीय बैंक.