इस साल जलवायु परिवर्तन में वन वृद्धि की भविष्यवाणी करने वाले मॉडल 3-PG (Physiological Principles Predicting Growth) के लिए जोसेफ जे लैंड्सबर्ग, रिचर्ड एच वार्निंग और निकोलस सी कोप्स, वन क्षेत्र के लिए वर्ष 2020 का मार्कस वॉलनबर्ग पुरस्कार (Marcus Wallenberg Prize) साझा करेंगे। यह पुरस्कार स्वीडन के राजा कार्ल गुस्ताफ XVI द्वारा स्वीडन के स्टॉकहोम में एक समारोह के दौरान प्रदान किया जाएगा, जिसकी पुरस्कार राशि 2 मिलियन क्रोनर है।
क्या है 3-PG?
- 3-PG मॉडल को साल 1997 में रिचर्ड एच. वार्निंग और जोसेफ जे. लैंड्सबर्ग द्वारा बदलती पर्यावरणीय परिस्थितियों और कार्बन को स्टोर करने के लिए जंगलों की क्षमता के तहत वन वृद्धि का अनुमान लगाने के लिए विकसित किया गया था .
- इसके अलावा यह पता करने में भी मदद करता है कि किस क्रियाए, जैसे कि कम घने होने और निषेचन, वन वृद्धि और विकास को प्रभावित करते हैं.
- इसमें निकोलस सी. कॉप्स ने बड़े पैमाने पर इन भविष्यवाणियों को इकठ्ठा करने के लिए रिमोट सेंसिंग और जीआईएस (भौगोलिक सूचना प्रणाली) का लाभ उठाकर उपग्रह इमेजरी विश्लेषण को जोड़ा है.
- ये मॉडल अब बड़े वन क्षेत्रों में वृद्धि का आकलन करने के लिए दुनिया में सबसे व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले मॉडल में से एक है। यह उपग्रह इमेजिंग से पहले, वन भूखंडों (प्लॉट्स) पर लागू किया जाता है और इसके बाद इसका इस्तेमाल वैश्विक स्तर पर भविष्यवाणियां करने के लिए किया जाता था।
Marcus Wallenberg Prize का इतिहास:
मार्कस वॉलनबर्ग पुरस्कार की स्थापना की साल 1980 में स्ट्रॉ कोपरबर्ग्स बर्गस्लेग्स एबी द्वारा डॉ. मार्कस वॉलबर्ग द्वारा बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स के सदस्य और अध्यक्ष के रूप में लंबे समय तक प्रदान की गई सेवाओं को सम्मानित करने के लिए इसकी वार्षिक बैठक में की गई थी। इस पुरस्कार को दिए जाने का उद्देश्य- उन वैज्ञानिक उपलब्धियों को पहचानने के लिए प्रोत्साहित करना और बढ़ावा देना, जो ज्ञान को व्यापक बनाने और वानिकी और वन उद्योगों के महत्व के क्षेत्रों में तकनीकी विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।