रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायु सेना के 37 हवाई अड्डों (एयरफील्ड्स) के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण के लिए टाटा पावर SED के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस परियोजना की कुल लागत लगभग 1,200 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।
ये अनुबंध दो चरणों के लिए हस्ताक्षरित किया गया है। जिसमे 1-चरण के तहत एयरफील्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर के आधुनिकीकरण के लिए है, भारतीय वायु सेना के हवाई अड्डों को अपग्रेड किया जाएगा।
दूसरे चरण के तहत, नेविगेशनल एड्स और इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड किया जाना है। इसके अलावा दूसरे चरण में आधुनिक एयरफील्ड उपकरण जैसे कि Cat-II इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम और एयर फील्ड लाइटिंग सिस्टम उपकरणों की स्थापना और इन्हें चालू करना शामिल है। एयरफील्ड के आसपास लगे उपकरण प्रत्यक्ष रूप से एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से जुड़े रहेंगे, जिससे हवाई यातायात नियंत्रकों को एयरफील्ड सिस्टम्स पर अच्छा नियंत्रण हासिल होगा। साथ ही, इस परियोजना के तहत, भटिंडा में पहली आधुनिक हवाई क्षेत्र प्रणाली स्थापित की गई है।
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महत्वपूर्ण तथ्य-
- रक्षा मंत्री: राज नाथ सिंह.
- टाटा पावर SED का मुख्यालय: नई दिल्ली, भारत.
- टाटा पावर के अध्यक्ष: नटराजन चंद्रशेखरन.