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पोषण अभियान को लागू करने में आंध्र प्रदेश रहा सबसे आगे: नीति आयोग

पोषण अभियान को लागू करने में आंध्र प्रदेश रहा सबसे आगे: नीति आयोग |_3.1
नीति आयोग की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी पोषण योजना “भारत में पोषण परिवर्तन कार्यक्रम : पोषन अभियान” में आंध्र प्रदेश को अभियान के समग्र कार्यान्वयन के लिए देश में पहले स्थान पर रखा गया है। पोषन अभियान के दो साल पुरे होने पर 8 से 22 मार्च 2020 तक पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। तमिलनाडु इस कार्यक्रम में भाग लेने वालों की संख्या के मामले में राज्यों की सूची में सबसे ऊपर है।
आंध्र प्रदेश सरकार ने राज्य की सभी 55,607 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सेवा में सुधार लाने के लिए और रोजाना के कार्यों की रिपोर्टिंग सहित एप्लीकेशन में एम्बेडेड वीडियो के माध्यम से लक्षित लाभार्थियों की सूचना सरकार तक पहुंचाने के लिए स्मार्टफोन दिया है।

पोषण अभियान क्या है?


भारत सरकार ने देश की कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए 18 दिसंबर 2017 को पहले राष्ट्रीय पोषण मिशन के रूप में पोशन अभियान को शुरू किया था। इस अभियान का उद्देश्य देश में कुपोषण को जीवन में एक समन्वित और परिणाम उन्मुख दृष्टिकोण को अपनाकर मिटाना है। इस पोषण अभियान का लक्ष्य 0-6 वर्ष के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और दुग्‍धपान कराने वाली मातओं की पोषण की स्थिति में सुधार करना है।

उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-

  • आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री: वाई एस जगनमोहन रेड्डी.
  • आंध्र प्रदेश के राज्यपाल: बिस्वा भूषण हरिचंदन.
  • आंध्र प्रदेश की राजधानी: अमरावती.
  • श्री वेंकटेश्वर राष्ट्रीय उद्यान आंध्र प्रदेश राज्य के चित्तूर और कुडापाह जिलों में स्थित है।
  • विशाखापत्तनम पोर्ट (19 दिसंबर, 1933 में शुरू हुआ) भारत के 13 प्रमुख बंदरगाहों में से एक है और आंध्र प्रदेश का एकमात्र प्रमुख बंदरगाह है। कार्गो के मामले से यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह है.
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