20 वीं शताब्दी की शुरुआत में ‘शिजो-चो ऑफ्यून-होको फ्लोट मच्छिया’ के नवीनीकरण को सांस्कृतिक विरासत संरक्षण के लिए इस वर्ष के यूनेस्को एशिया-प्रशांत पुरस्कारों में उत्कृष्टता का पुरस्कार प्राप्त हुआ है. इस वर्ष के पुरस्कारों में पांच देशों – ऑस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान और थाईलैंड से दस परियोजनाओं को संरक्षण विशेषज्ञों की एक अंतरराष्ट्रीय जूरी से मान्यता प्रदान की गयी है. अन्य पुरस्कार विजेताओं में शामिल हैं: अवार्ड ऑफ़ डिस्टिंक्शन:
- लैमो सेंटर, लद्दाख, भारत.
मेरिट का पुरस्कार:
- 5 मार्टिन प्लेस, सिडनी, ऑस्ट्रेलिया।
- एजिंग ज्हुंग, फुजियन , चीन.
- कमर्शियल बैंक ऑफ होन्जो वेयरहाउस, सैतामा, जापान.
माननीय उल्लेख:
- हेन्गदाओहेज़ी टाउन, हेइलोंगजियांग, चीन.
- राजबाई क्लॉक टॉवर और मुंबई विश्वविद्यालय पुस्तकालय बिल्डिंग, मुंबई, भारत.
- रूटनसी मुलजी जेठा फाउंटेन, मुंबई, भारत.
विरासत संदर्भ में नया डिजाइन:
- काओमाई एस्टेट 1955, चियांग माई, थाईलैंड.
- द हार्ट्स मिल, पोर्ट एडीलेड, ऑस्ट्रेलिया.
स्रोत-द यूनेस्को
उपरोक्त समाचार से IBPS PO Mains परीक्षा 2018 के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- यूनेस्को मुख्यालय: पेरिस, फ्रांस, महानिदेशक: ऑड्रे अज़ौले, स्थापना: 16 नवंबर 1945