केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा को बताया कि वर्ष 2031 तक देश में 20 नए परमाणु ऊर्जा संयंत्र आरंभ हो जाएंगे जिनसे करीब 15,000 मेगावट की अतिरिक्त बिजली का उत्पादन हो सकेगा। उन्होंने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री सिंह ने कहा कि इन 20 संयंत्रों में 700 मेगावाट की क्षमता वाली एक इकाई की शुरुआत 2023 में गुजरात के काकरापार में हो सकती है। राजस्थान के रावतभाटा में 700 मेगावाट की दो इकाइयों के 2026 तक पूरा होने की संभावना है, जबकि कुडनकुलम में 1000 मेगावाट की अन्य दो इकाइयों के 2027 तक पूरा होने की संभावना है। हरियाणा के गोरखपुर गांव में 2029 तक 700 मेगावाट की दो इकाइयों के पूरा होने की उम्मीद है।
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भारत ने साल 2031 तक 20 परमाणु ऊर्जा संयंत्रों को चालू करने की योजना बनाई है। इनसे बिजली उत्पादन क्षमता में लगभग 15,000 मेगावाट की वृद्धि होगी। इन 20 न्यूक्लियर पावर प्लांट्स में से पहला 2023 में गुजरात के काकरापार में चालू हो सकता है। ये 700 मेगावाट की यूनिट होगी। यहां पहले से ही तीन परमाणु ऊर्जा उत्पादन इकाइयां चालू हैं। पीएमओ में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने एक लिखित जवाब में कहा कि कलपक्कम में 500 मेगावाट के प्रोटोटाइप फास्ट ब्रीडर रिएक्टर के 2024 में चालू होने की संभावना है। इसके बाद 2025 में कुडनकुलम में 1000 मेगावाट की दो इकाइयां चालू होंगी।