भारतीय वायु सेना के एकमात्र मार्शल का, शनिवार को सेना के अनुसंधान एवं रेफरल अस्पताल में निधन हो गया. वह 98 वर्ष के थे.
अगस्त 15, 1947 को भारत के पहले स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले के ऊपर सौ से अधिक भारतीय वायुसेना विमान के फ्लाई-पास्ट के नेतृत्व करने का सम्मान अर्जुन सिंह को प्राप्त हुआ था. 2002 में, गणतंत्र दिवस के अवसर पर, उन्हें मार्शल रैंक दिया गया, जो सर्वोच्च सैन्य रैंक है, उनके पूर्व यह केवल दो सेना प्रमुख, के एम कैरप्पा और सैम माणेकशॉ ने हासिल किया था.
1 9 65 में भारत-पाक युद्ध के दौरान अपनी योग्य सेवाओं के लिए, अर्जन सिंह को पद्म विभूषण प्रदान किया गया था. वह एयर चीफ मार्शल के पद पर पदोन्नत होने के लिए भारतीय वायु सेना के प्रथम अधिकारी बने, एक जनरल के सममूल्य. उन्होंने अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य और दिल्ली के उप राज्यपाल के रूप में भी सेवा की थी.
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस



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