वित्तीय स्थिरता बोर्ड (एफएसबी),वैश्विक वित्तीय प्रणाली के लिए एक अंतरराष्ट्रीय निकाय, ने प्राथमिक क्षेत्र सुधारों के कार्यान्वयन पर ‘सुसंगत या बड़े पैमाने पर अनुपालन’ वाले देशों की लीग में भारत को रखा है. जर्मनी में जी -20 शिखर सम्मेलन से पहले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व के अन्य नेताओ के साथ भाग लिया, एफएसबी ने भारत सहित विभिन्न क्षेत्राधिकारों में वित्तीय नियामक सुधारों में प्रगति पर अपनी स्थिति की रिपोर्ट प्रस्तुत की है.
रिपोर्ट ने जोखिम-आधारित पूंजी में बेसल III सुधारों के संबंध में भारत को ‘अनुपालन’ क्षेत्राधिकार के रूप में और नकदी की कवरेज अनुपात पर ‘बड़े पैमाने पर अनुपालन’ करने पर सूचीबद्ध किया. अन्य देश, जो इन मैट्रिक्स का ‘अनुपालन या बड़े पैमाने पर अनुपालन’ करते है उनमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, हांगकांग, इंडोनेशिया, जापान, मैक्सिको, दक्षिण कोरिया, रूस, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, स्विटजरलैंड, तुर्की और अमेरिका शामिल हैं. इसी समय, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, स्पेन और ब्रिटेन को कम से कम एक पैरामीटर पर ‘वास्तविक रूप से गैर-अनुपालन’ पाया गया है.
उपरोक्त समाचारों से महत्वपूर्ण तथ्य:
- वित्तीय स्थिरता फोरम (एफएसएफ) के स्थान पर एफएसबी अप्रैल 2009 में स्थापित किया गया.
- बेसल, स्विटज़रलैंड में वित्तीय स्थिरता बोर्ड (एफएसबी) का सचिवालय स्थित है.
स्त्रोत- द हिन्दू बिजनेस लाइन