कन्नड़ लेखक और आलोचक एल.एस. शेषगिरि राव का निधन। उनकी पहली कृति इडु जीवना एक लघु कथा थी, जो 1948 में जारी की गई थी। वे अपनी पुस्तक “होसागुन्ना साहित्य चरित्रे” के लिए लोकप्रिय थे। उन्हें उनकी आलोचनाओं और उनके द्वारा संकलित किए अंग्रेजी-कन्नड़ शब्दकोश निर्माण के लिए जाना जाता था । वे कन्नड़ और अंग्रेजी के विद्वान थे, उनके कई लेखनों ने इन दो भाषाओं के बीच सेतु का कार्य किया।
स्रोत: द हिंदू