विश्व सुनामी जागरूकता दिवस (World Tsunami Awareness Day) हर साल 5 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिवस इस उद्देश्य से मनाया जाता है कि भविष्य में आने वाली आपदाओं को लेकर हम तैयारी कर सकें ताकि ज्यादा से ज्यादा जिंदगियां बचाई जा सकें। यह दिवस सुनामी के बारे में जागरूकता के प्रचार-प्रसार को बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
सुनामी दिवस के दिन सभी को सुनामी से होने वाले खतरों और बचाओ के बारे में बताया जाता है। इस दिन प्राकृतिक आपदा सुनामी के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है और ऐसे स्थिति से निपटने के बारे में जानकारी दिया जाता है। विश्व में ऐसे कई देश हैं जो हर साल सुनामी की मार झेलते हैं।
विश्व सुनामी जागरूकता दिवस
विश्व सुनामी जागरूकता दिवस (World Tsunami Awareness Day) सुनामी के खतरों को कम करने और सामुदायिक तैयारी को बढ़ाने के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। 2023 में, WTAD की थीम अंतर्राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस के अनुरूप होगी, जो अधिक लचीले भविष्य के लिए आपदाओं के सामने समानता की खोज पर जोर देगी।
पहला विश्व सुनामी जागरूकता दिवस
पहला विश्व सुनामी जागरूकता दिवस 05 नवंबर 2016 को पुरे विश्वभर में मनाया गया था। यह जागरूकता दिवस आपदा जोखिम न्यूनीकरण साल 2016 के एशियाई मंत्रिस्तरीय सम्मेलन तथा संयुक्त राष्ट्र के आपदा जोखिम न्यूनीकरण के आपसी सहयोग से नई दिल्ली में आयोजित किया गया था।
विश्व सुनामी दिवस: इतिहास
22 दिसंबर 2015 को संयुक्त राष्ट्र महासभा की घोषणा के बाद विश्व सुनामी दिवस पहली बार आधिकारिक तौर पर 5 नवंबर 2016 को मनाया गया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस प्राकृतिक आपदा के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उत्पाद विचारों को साझा करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय निकायों में सभी देशों को बुलाया।