हर साल 20 अक्टूबर को विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को हड्डियों की सेहत को लेकर जागरूक करना है। इन दिनों बिजी लाइफस्टाइल के कारण लोग अपनी सेहत का सही तरीके से ख्याल नहीं रख पाते हैं, जिससे उन्हें कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं समस्याओं में से एक है कमजोर हड्डियां। शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण हड्डियों की समस्या होती है।
हड्डियां कमजोर होने के कारण जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, उठने-बैठने में परेशानी और कई तरह की समस्याएं होती हैं। यह दिन हड्डियों में फ्रैक्चर को रोकने और उनके इलाज के बारे में लोगों में जागरुकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें हड्डी की ताकत कम हो जाती है।
क्या है इस बार की थीम
विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस 2023 की थीम है, “हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए कदम बढ़ाएं-बेहतर हड्डियों का निर्माण करें (Step Up for Bone Health-Build Better Bones)।
ऑस्टियोपोरोसिस डे मनाने का उद्देश्य
90 से ज्यादा देशों में विश्व ऑस्टियोपोरोसिस डे मनाया जाता है। जिस दिन अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। साल 2019 में ही “थॉट्स ऑस्टोपोरोसिस” अभियान की भी शुरुआत की गई। जिसके उद्देश्य लोगों को ऑस्टियोपोरोसिस प्रॉब्लम, इसकी वजहें, लक्षणों की पहचान करना और बचाव के उपाय बताए जाते हैं।
विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस: इतिहास
साल 1996 में 20 अक्टूबर को पहली बार विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस (World Osteoporosis Day) मनाया गया था। जिसकी शुरुआत यूनाइटेड किंगडम के नेशनल ऑस्टियोपोरोसिस सोसाइटी ने यूरोपीय आयोग के साथ मिलकर एक अभियान के साथ की थी। जिसके बाद से 1997 में इस दिन अंतर्राष्ट्रीय ऑस्टियोपोरोसिस फाउंडेशन और 1998,1999 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस को साथ मिलकर मनाया और कई जरूरी काम भी किए।