हर साल 13 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस (World Organ Donation day) मनाया जाता है। यह एक वैश्विक कार्यक्रम है, जिसका मकसद लोगों को अंगदान के महत्व को समझाना है। इसके अलावा यह दिन अंग दान की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए भी सेलीब्रेट किया जाता है। इस दिन लोगों को अंग दान करने की प्रक्रिया के बारे में शिक्षित किया जाता है।
अंग दान दिवस को मनाने के पीछे का मकसत इसके प्रति लोगों में जागरुकता फैलाना और इसके डर और मिथ्स को खत्म करना है ताकि लोग अंग दान के महत्व को समझें और इस प्रक्रिया में शामिल होने से घबराएं नहीं। इस दिवस का मकसद अंग दान के प्रति फैली गलत जानकारियों को मिटाना है। ऐसे में अंगदान के बारे में गलत जानकारी रहने से अंगदान के लिए इच्छुक लोग भी प्रक्रिया में शामिल होने से डरते हैं।
दुनिया में पहला अंगदान साल 1954 में किया गया था। इस साल रोनाल्ड ली हेरिक (Ronald Lee Herrick) नाम के एक व्यक्ति ने अपने जुड़वां भाई को अपनी एक किडनी दान की थी। जोकि डॉक्टर जोसेफ मरे ने किया था। जिसके लिए 1990 में डॉक्टर जोसेफ मरे को फिजियोलॉजी या मेडिसिन में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया था।
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