हर वर्ष 10 अगस्त को पूरी दुनिया विश्व शेर दिवस (World Lion Day) मनाती है — यह दिन जंगली शेरों की दयनीय स्थिति और उनके संरक्षण की तत्काल आवश्यकता के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित है।
2013 में संरक्षणवादियों डेरेक और बेवर्ली जुबर्ट ने इसकी शुरुआत की। इस पहल का उद्देश्य आवास क्षति, शिकार (Poaching) और मानव शोषण के कारण शेरों के सामने आने वाले खतरों को उजागर करना है। जुबर्ट दंपति ने इससे पहले नेशनल ज्योग्राफिक के साथ मिलकर बिग कैट इनिशिएटिव (Big Cat Initiative) शुरू किया था, जिसका लक्ष्य दुनिया भर में बड़ी बिल्लियों (Big Cats) की तेजी से घटती आबादी को रोकना है।
शेरों की घटती आबादी
पिछले दो दशकों में अफ्रीकी शेरों की संख्या लगभग 43% घट गई है। वर्ल्ड वाइल्डलाइफ़ फ़ंड (WWF) के अनुसार, वर्तमान में जंगलों में केवल 20,000–25,000 शेर ही बचे हैं। अगर तुरंत संरक्षण कदम नहीं उठाए गए, तो यह संख्या और घट सकती है, जिससे यह प्रजाति विलुप्त होने के और करीब पहुंच जाएगी।
शरीर के अंगों के लिए शोषण
चौंकाने वाली बात है कि हर साल हजारों शेरों को उनके हड्डियों और अन्य अंगों के लिए पाला जाता है। इन्हें अक्सर पारंपरिक चिकित्सा में बिना किसी वैज्ञानिक प्रमाण के इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे शेर बहुत कम और कठिन जीवन जीते हैं, और अंततः व्यापार के लिए मार दिए जाते हैं।
आवास और शिकार का नुकसान
वनों की कटाई, बढ़ती खेती और मानव बस्तियों का फैलाव शेरों के क्षेत्रों को तेजी से घटा रहा है। साथ ही, शिकार प्रजातियों की कमी उनके अस्तित्व के संकट को और गहरा कर रही है।
आलसी राजा – शेर दिन में लगभग 20 घंटे सोते हैं, ताकि शिकार के लिए ऊर्जा बचा सकें।
गर्ल पावर – शेरनियां ज़्यादातर शिकार करती हैं और बच्चों की देखभाल करती हैं; आमतौर पर हर दो साल में बच्चे देती हैं।
गंदे खाने वाले – शेर मांस को चबाने के बजाय बड़े टुकड़ों में निगलते हैं, और एक ही तरफ के जबड़े का इस्तेमाल करते हैं।
गर्जन के महारथी – शेर की दहाड़ 5 मील (लगभग 8 किमी) तक सुनी जा सकती है, लेकिन वे लगभग दो साल की उम्र में ही दहाड़ना शुरू करते हैं।
साही का खतरा – साही के कांटे शेरों को घायल कर सकते हैं, और कभी-कभी स्थायी नुकसान पहुंचा देते हैं।
शेर ही एकमात्र बड़े बिल्ली प्रजाति के जानवर हैं जो समूह (Pride) में रहते हैं। वे जटिल सामाजिक व्यवहार दिखाते हैं, जैसे – सहानुभूति (contagious yawning यानी जम्हाई देखकर दूसरी जम्हाई लेना), सामूहिक शिकार, और दूसरों को देखकर समस्याओं को हल करना सीखना, जो उनकी बुद्धिमत्ता और अनुकूलन क्षमता का संकेत है।
जागरूकता फैलाएं – शेरों से जुड़े तथ्य, कहानियां और संरक्षण समाचार साझा करें।
संरक्षण समूहों का समर्थन करें – उन संस्थाओं को दान दें या स्वयंसेवा करें जो शेरों के आवास की रक्षा करती हैं।
शोषण का विरोध करें – ऐसे पर्यटन स्थलों से बचें जहां शेर के बच्चों को गोद में लेकर फोटो खिंचवाने जैसी गतिविधियां कराई जाती हैं।
समुदाय को शिक्षित करें – शेरों के आवास के पास रहने वाले क्षेत्रों में वन्यजीव-अनुकूल नीतियों और सतत जीवनशैली को बढ़ावा दें।
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