संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) द्वारा 1-7 फरवरी तक मनाया जाने वाला विश्व अंतरधार्मिक सौहार्द सप्ताह (World Interfaith Harmony Week – WIHW) विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच आपसी समझ, संवाद और सहयोग को बढ़ावा देने की एक वैश्विक पहल है।
हर वर्ष, यह सप्ताह एक विशेष विषयवस्तु (थीम) के साथ मनाया जाता है, जो धार्मिक सौहार्द और वैश्विक शांति से संबंधित समकालीन मुद्दों को दर्शाता है।
ये थीम अंतरधार्मिक सहयोग और समझ की महत्ता को रेखांकित करती हैं और इस सप्ताह आयोजित कार्यक्रमों, चर्चाओं व गतिविधियों को मार्गदर्शन प्रदान करती हैं।
विश्व अंतरधार्मिक सौहार्द सप्ताह की नींव 2007 में शुरू की गई ‘द कॉमन वर्ड’ पहल पर आधारित है। इस पहल ने मुस्लिम और ईसाई धार्मिक नेताओं को दो साझा मूलभूत धार्मिक सिद्धांतों पर संवाद करने के लिए आमंत्रित किया:
इस पहल ने यह संदेश दिया कि धार्मिक मतभेदों के बावजूद, सभी समुदायों में साझा नैतिक मूल्य होते हैं, जो सौहार्द को बढ़ावा दे सकते हैं। WIHW इसी विचार को आगे बढ़ाता है और सरकारों, संस्थानों तथा समाज को अंतरधार्मिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करता है।
1. आपसी समझ को बढ़ावा देना
2. अंतरधार्मिक संवाद को सशक्त बनाना
3. शांति और सह-अस्तित्व को बढ़ावा देना
4. सरकारों, संस्थानों और नागरिक समाज को एक मंच पर लाना
5. दयालुता और करुणा के कार्यों को बढ़ावा देना
1. उपासना स्थलों में सहभागिता
2. सम्मेलन और सेमिनार आयोजित करना
3. सामुदायिक सेवा कार्यक्रम
4. सोशल मीडिया अभियानों का संचालन
5. उपवास और प्रार्थनाएँ
विश्व अंतरधार्मिक सौहार्द सप्ताह वैश्विक स्तर पर धार्मिक समुदायों के बीच शांति, सहिष्णुता और संवाद को बढ़ावा देने की एक महत्वपूर्ण पहल है। इस सप्ताह का उद्देश्य धार्मिक विविधता का सम्मान करना और समाज में एकता और सहयोग की भावना को मजबूत करना है। 2025 की थीम ‘शांति के लिए एकजुटता’ वैश्विक समुदाय को यह संदेश देती है कि आपसी संवाद और सहयोग के माध्यम से ही स्थायी शांति और सौहार्द प्राप्त किया जा सकता है।
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