भारत की जीडीपी पर विश्व बैंक (World Bank on India’s GDP)
विश्व बैंक ने अपनी द्वि-वार्षिक “दक्षिण एशिया आर्थिक फोकस रिपोर्ट” में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद के विकास के अनुमान को घटाकर 8 प्रतिशत कर दिया है। यूक्रेन में हो रहे युद्ध के कारण वित्त वर्ष 2023 के विकास पर नकारात्मक प्रभाव है। इससे पहले जनवरी 2022 में वित्त वर्ष 23 के लिए विकास दर 8.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था।
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Hindu Review March 2022 in Hindi
कारण (Reasons):
- विश्व बैंक ने कहा कि यूक्रेन में चल रहा युद्ध उभरते बाजार की प्रतिभूतियों (emerging market securities) और ऋण साधनों (debt instruments) में निवेशकों को डरा सकता है और दक्षिण एशिया से पश्चिम में “सुरक्षित पनाहगाह (safe havens)” के लिए एक कैपिटल फ्लाइट को बढ़ा सकता है।
- अमेरिकी फेडरल रिज़र्व द्वारा आसन्न मौद्रिक सख्ती (impending monetary tightening) के कारण, विदेशी निवेशक पहले ही अक्टूबर 2021 से भारत के वित्तीय बाज़ार से बाहर निकल रहे हैं। पूर्वी यूरोप में हाल के घटनाक्रमों ने भारतीय रुपया (INR) को कमज़ोर करते हुए, पूंजी के बहिर्वाह को तेज़ कर दिया है।
- यदि भारत सरकार घरेलू उधारी (domestic borrowing) की ओर जाता है तो विवेकपूर्ण और पारदर्शी नीतियों के माध्यम से व्यापक आर्थिक स्थिरता बनाए रखना भी महत्वपूर्ण होगा।