संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सर्वसम्मति से 2 अप्रैल को विश्व आटिज्म जागरूकता दिवस घोषित किया ताकि आत्मकेंद्रित लोगों की जिंदगी की गुणवत्ता में सुधार लाने में मदद की जा सके और वे समाज के एक अभिन्न अंग के रूप में पूर्ण और सार्थक जीवन जी सकें. WAAD 2018 के लिए विषय है-“Empowering Women and Girls with Autism”.
आत्मकेंद्रित एक आजीवन न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जो बचपन, लिंग, जाति या सामाजिक-आर्थिक स्थिति के कारण प्रकट होती है. टर्म आटिज्म स्पेक्ट्रम में कई विशेषताओं का उल्लेख है.
स्त्रोत- द यूनाइटेड नेशन