Home   »   Monkeypox अब ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी नहीं:...

Monkeypox अब ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी नहीं: WHO

Monkeypox अब ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी नहीं: WHO |_3.1

कोरोना संक्रमण के बीच शुरू हुई बीमारी ‘मंकीपॉक्‍स’ (एमपॉक्‍स) अब ग्‍लोबल हेल्‍थ इमरजेंसी नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 11 मई 2023 को यह घोषणा की। डब्ल्यूएचओ ने कहा क‍ि एमपॉक्स अब पब्‍ल‍िक हेल्‍थ इमरजेंसी नहीं है। संगठन ने जुलाई 2022 में एमपॉक्‍स को ग्‍लोबल कंसर्न मानते हुए पब्‍ल‍िक हेल्‍थ इमरजेंसी घोषि‍त क‍िया था। यह बीमारी दुन‍ियाभर में फैल गई थी। गौरतलब है कि एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है और सौ से अधिक देशों में इसके मामलों की पुष्टि हुई थी।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने संगठन की आपातकालीन समिति की सिफारिश के आधार पर इस बीमारी के लिए आपातकालीन स्थिति की समाप्ति की घोषणा की। डब्ल्यूएचओ का यह कदम संकेत देता है कि एमपॉक्स अब नियंत्रण में आ गया है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि प‍िछले साल की तुलना में पिछले तीन महीनों में एमपॉक्‍स के लगभग 90 प्रति‍शत कम मामले दर्ज किए गए। WHO की नई र‍िपोर्ट के मुताब‍िक, 2022 की शुरुआत से 8 मई 2023 तक वैश्विक स्तर पर 87,000 से अधिक एमपॉक्‍स मामलों की पुष्टि की गई है।

 

डब्ल्यूएचओ ने हाल ही में COVID-19 के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकालीन स्थिति की समाप्ति की भी घोषणा की थी। डब्ल्यूएचओ ने एमपॉक्स को जुलाई, 2022 में एक वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था। इसके बाद नवंबर और फरवरी में इस स्थिति को बरकरार रखा गाया था। फ्लू की तरह के लक्षण वाली बीमारी एमपॉक्स का संक्रमण पीड़ित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से फैलता है।

Find More Ranks and Reports Here

 

India leads list of 10 countries with 60% of global maternal deaths, stillbirths, newborn deaths: UN study_80.1

FAQs

वायरस की खोज सबसे पहले किसने की थी?

1898 में बेजेरिन्क ने सबसे पहले 'वायरस' का नाम दिया था, जो तम्बाकू मोज़ेक का प्रेरक था।