पश्चिम बंगाल पुलिस ने अपने कर्मियों के स्थानांतरण प्रक्रिया को पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए एक मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया है। इस पहल का उद्देश्य स्थानांतरण प्रक्रिया में रिश्वतखोरी और पक्षपात जैसी अनियमितताओं को समाप्त करना है। यह ऐप e-HRMS सॉफ्टवेयर के साथ एकीकृत है और पुलिस कर्मी, जिनमें कांस्टेबल से लेकर सब-इंस्पेक्टर तक शामिल हैं, अपने स्थानांतरण अनुरोध डिजिटल रूप से जमा कर सकते हैं।
मुख्य विशेषताएँ
- उद्देश्य – यह ऐप पुलिस विभाग में स्थानांतरण प्रक्रिया को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त बनाएगा।
- पात्रता – कांस्टेबल से लेकर सब-इंस्पेक्टर रैंक के पुलिसकर्मी इस ऐप के माध्यम से स्थानांतरण के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- समय सीमा – स्थानांतरण अनुरोध जमा करने की अंतिम तिथि 11 अप्रैल है।
- नए आवेदन – 21 मार्च से पहले आवेदन करने वाले अधिकारियों को ऐप के माध्यम से पुनः आवेदन करना होगा।
- चिकित्सा छूट – विशेष चिकित्सा परिस्थितियों वाले कर्मी वर्षभर में कभी भी आवेदन कर सकते हैं।
- प्रवर्तन का कारण – यह ऐप तब लाया गया जब कुछ अधिकारियों पर स्थानांतरण स्वीकृतियों के लिए आर्थिक लाभ मांगने के आरोप लगे थे।
- सहायता प्रणाली – जिला पुलिस इकाइयाँ कर्मचारियों की सहायता के लिए हेल्प डेस्क स्थापित करेंगी।
- संबंधित पहल – यह ऐप ‘उत्सस्री’ ऐप के बाद पेश किया गया है, जिसे पहले पश्चिम बंगाल सरकार ने शिक्षकों के निष्पक्ष स्थानांतरण के लिए लॉन्च किया था।
सारांश/स्थिर | विवरण |
क्यों चर्चा में? | पश्चिम बंगाल पुलिस ने पारदर्शी स्थानांतरण के लिए मोबाइल ऐप लॉन्च किया |
उद्देश्य | पुलिस स्थानांतरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करना |
पात्र रैंक | कांस्टेबल से सब-इंस्पेक्टर तक |
अंतिम तिथि | 11 अप्रैल |
पुनः आवेदन आवश्यक? | हाँ, उन लोगों के लिए जिन्होंने 21 मार्च से पहले आवेदन किया था |
चिकित्सा छूट | विशेष परिस्थितियों में वर्षभर आवेदन कर सकते हैं |
लॉन्च का कारण | स्थानांतरण में रिश्वतखोरी और पक्षपात को रोकना |
सहायता | जिला पुलिस इकाइयों में हेल्प डेस्क स्थापित |
संबंधित पहल | शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए ‘उत्सस्री’ ऐप |