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पी बालाजी बने ग्रुप हेड, एयर इंडिया के कॉरपोरेट मामलों का विभाग संभालेंगे

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देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया ने पी बालाजी को कॉरपोरेट मामलों का ग्रुप प्रमुख नियुक्त किया है। कंपनी के शीर्ष पदों में एक पर नियुक्ति को लेकर एयर इंडिया की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि 30 साल से अधिक का अनुभव रखने वाले पी बालाजी के पास टेलीकॉम सेक्टर के साथ-साथ सूचना और प्रौद्योगिकी (IT) सेक्टर में काफी लंबा अनुभव है। उन्होंने उत्पाद प्रबंधन और मार्केटिंग में भी सेवाएं दी हैं। अब वे एयर इंडिया के कॉरपोरेट मामलों का प्रभार संभालेंगे।

बालाजी ने पेशेवर करियर की शुरुआत टाटा प्रशासनिक सेवा (TAS) से की थी। नई प्रोफाइल में उनके पास कंपनी के गवर्नेंस, नियामक, अनुपालन (जीआरसी) और कॉरपोरेट मामलों का विभाग होगा। इनकी नियुक्ति के लिए एयर इंडिया में ग्रुप हेड का पहली बार सृजित किया गया है।

टेलीकॉम सेक्टर में लंबा अनुभव

बालाजी टेलीकॉम सेक्टर की दिग्गज कंपनियां- वोडाफोन और आइडिया में लगभग एक दशक तक काम कर चुके हैं। बालाजी एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन को रिपोर्ट करेंगे। विल्सन कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) भी हैं।

 

कंपनी में बदलाव लाएंगे बालाजी

ग्रुप हेड के रूप में पी बालाजी एयर इंडिया के सरकारी मामलों के अलावा कानूनी और नैतिक (Ethics) से जुड़े मामलों का जिम्मा भी संभालेंगे। कॉरपोरेट मामलों के ग्रुप हेड की नियुक्ति के बाद सीईओ विल्सन ने बताया कि उनके अनुभव का खजाना कंपनी में बदलाव के नजरिए से बेहद फायदेमंद होगा।

 

एअर इंडिया: टाटा संस

बता दें कि एयर इंडिया विनिवेश के बाद कंपनी का मालिकाना हक टाटा समूह के पास चला गया है। टाटा संस ने 18 हजार करोड़ की बोली लगाई थी। साल 2021 में विनिवेश का प्रोसेस पूरा होने के बाद स्वदेश में संचालित विमान के बेड़े- एयर इंडिया और देश की पहली अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन सेवा- एयर इंडिया एक्सप्रेस की कमान टाटा संस को सौंप दी गई थी। निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) की निगरानी में पूरी प्रक्रिया हुई थी।

 

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FAQs

वोडाफोन कंपनी कौन से देश की है?

वोडाफ़ोन एक दूरसंचार कंपनी है। जिसका मुख्यालय लंदन, इंग्लैंड में हैं। इसकी शुरुआत अंग्रेजों ने 1991 में की थी।