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विवेक जोशी ने चुनाव आयुक्त का पदभार संभाला

विवेक जोशी, जो प्रतिष्ठित आईआईटी-रुड़की के यांत्रिक अभियंता और 1989 बैच के हरियाणा कैडर के अनुभवी आईएएस अधिकारी हैं, को भारत के चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया है। 58 वर्ष की आयु में, वह चुनाव आयोग में शामिल होने वाले सबसे युवा व्यक्तियों में से एक हैं। प्रशासनिक सेवाओं, शासन और वित्तीय नियमन में अपने व्यापक अनुभव के साथ, वह इस नई भूमिका में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। उनका कार्यकाल 18 फरवरी 2031 तक रहेगा, जो भारत में चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए निर्धारित कानूनी ढांचे के अनुरूप है।

प्रारंभिक जीवन और शैक्षिक पृष्ठभूमि

विवेक जोशी का जन्म 21 मई 1966 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। उन्होंने अपनी स्नातक डिग्री (B.Tech) आईआईटी रुड़की से यांत्रिक अभियांत्रिकी में प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में उच्च शिक्षा ग्रहण की। उनकी प्रमुख शैक्षिक योग्यताएं हैं:

  • अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में मास्टर डिग्री – भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (IIFT), नई दिल्ली
  • अंतर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्र में एम.ए. और पीएच.डी. – ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट, जिनेवा, स्विट्जरलैंड

इस मजबूत शैक्षिक पृष्ठभूमि ने उन्हें शासन, वित्त और आर्थिक नीति के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्रदान की।

भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में करियर

विवेक जोशी का प्रशासनिक करियर राज्य और केंद्र सरकार दोनों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करने से परिभाषित होता है। उनके नेतृत्व और नीतिगत निर्णय लेने की क्षमता ने उन्हें एक कुशल प्रशासक के रूप में स्थापित किया है।

हरियाणा के मुख्य सचिव के रूप में कार्यकाल

हरियाणा सरकार में मुख्य सचिव के रूप में, उन्होंने प्रशासनिक दक्षता को मजबूत करने और आर्थिक नीतियों के प्रभावी कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

केंद्र सरकार में भूमिकाएँ

विवेक जोशी ने केंद्र सरकार में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया, जिनमें शामिल हैं:

  • कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT) के सचिव

    • नौकरशाही नियुक्तियों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का प्रबंधन किया।
    • सिविल सेवा नीतियों और प्रशासनिक ढांचे की देखरेख की।
  • वित्तीय सेवा विभाग के सचिव

    • बैंकिंग विनियमन और वित्तीय समावेशन योजनाओं की निगरानी की।
    • आर्थिक नीतियों और वित्तीय प्रशासन में सक्रिय भूमिका निभाई।
  • भारत के महापंजीयक और जनगणना आयुक्त

    • राष्ट्रीय जनगणना संचालन का नेतृत्व किया।
    • डेटा-आधारित शासन नीतियों को लागू किया।
  • हरियाणा की पांचवीं राज्य वित्त आयोग के सदस्य सचिव

    • राज्य वित्तीय नीति निर्माण और प्रशासन में योगदान दिया।

इन सभी पदों पर कार्य करते हुए उन्होंने प्रशासनिक, आर्थिक और वित्तीय क्षेत्र में व्यापक अनुभव अर्जित किया, जो उन्हें चुनाव आयोग में एक सक्षम नेता बनाएगा।

भारत के चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति

विवेक जोशी ने फरवरी 2025 में भारत के चुनाव आयुक्त के रूप में कार्यभार संभाला। उनकी नियुक्ति मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) और चुनाव आयुक्तों (ECs) के लिए निर्धारित नियमों के तहत हुई, जिसमें शामिल हैं:

  • छह वर्ष का कार्यकाल या 65 वर्ष की आयु, जो भी पहले हो।
  • चूंकि वे मई 1966 में जन्मे हैं, उनका कार्यकाल 18 फरवरी 2031 को समाप्त होगा।

भविष्य की संभावनाएँ: मुख्य चुनाव आयुक्त बनने की संभावना

वर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार 26 जनवरी 2029 को सेवानिवृत्त होंगे, और अन्य चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू जुलाई 2028 में सेवानिवृत्त होंगे। वरिष्ठता के आधार पर, विवेक जोशी 2029 में मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) बन सकते हैं। यदि ऐसा होता है, तो वे 2029 के लोकसभा चुनावों की अगुवाई करेंगे, जो भारत के सबसे बड़े लोकतांत्रिक आयोजनों में से एक होगा।

उत्तरदायित्व और चुनौतियाँ

भारत के चुनाव आयुक्त के रूप में, विवेक जोशी की प्रमुख जिम्मेदारियाँ होंगी:

  • राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना।
  • चुनाव कानूनों और सुधारों का प्रभावी कार्यान्वयन।
  • मतदाता भागीदारी और चुनावी पारदर्शिता को बढ़ावा देना।
  • प्रौद्योगिकी के साथ चुनावी प्रक्रियाओं का आधुनिकीकरण।

उनके मजबूत प्रशासनिक और नीतिगत अनुभव को देखते हुए, उनसे उम्मीद की जाती है कि वे भारत के लोकतांत्रिक ढांचे की मजबूती और निष्पक्षता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगे।

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