प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू और कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्र सांबा के पल्ली में 500 KV का सौर संयंत्र राष्ट्र को समर्पित किया। इससे यह देश की पहली ‘कार्बन न्यूट्रल पंचायत (Carbon Neutral Panchayat)’ बन गई।
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प्रमुख बिंदु (KEY POINTS):
- प्रधानमंत्री के मुताबिक पल्ली ने कार्बन न्यूट्रल बनकर देश को एक राह दिखाई है।
- पल्ली निवासियों ने परियोजना में सहायता की है। उन्होंने उन लोगों को भोजन भी कराया है जो इस परियोजना में कार्य कर रहे हैं।
- अधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार के ‘ग्राम ऊर्जा स्वराज (Gram Urja Swaraj)’ कार्यक्रम के तहत, 6,408 वर्ग मीटर के कुल क्षेत्रफल वाले 1,500 सौर पैनल मॉडल पंचायत में 340 घरों को स्वच्छ बिजली प्रदान करेंगे।
- भारत के पहले कार्बन-न्यूट्रल सौर गांव के रूप में इस गांव ने इतिहास रच दिया है।
- अधिकारियों ने कहा कि 2.75 करोड़ की लागत से यह परियोजना रिकॉर्ड समय में पूरी हुई। उत्पन्न बिजली को स्थानीय पावर ग्रिड स्टेशन के माध्यम से गांव में वितरित किया जाएगा, जिसकी 2,000 यूनिट की दैनिक आवश्यकता है।