सुशासन दिवस पर, डॉ. जितेंद्र सिंह ने ‘विकसित पंचायत कर्मयोगी’ पहल की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य पंचायती राज संस्थाओं (PRIs) को सशक्त बनाना और शासन को विकेंद्रीकृत करना है। यह पहल व्यापक ‘प्रशासन गांव की ओर’ अभियान का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य जमीनी स्तर पर चुने गए प्रतिनिधियों और अधिकारियों को आधुनिक उपकरणों और ज्ञान प्रदान करके प्रभावी निर्णय लेने और योजना निर्माण को बढ़ावा देना है।
तकनीक-आधारित समाधान, जैसे ई-लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म, एआई-सक्षम चैटबॉट्स और मोबाइल ऐप्स के माध्यम से, यह पहल ज्ञान की कमी को दूर करेगी और ग्रामीण भारत में सतत विकास को बढ़ावा देते हुए सार्वजनिक सेवा वितरण को बेहतर बनाएगी।
प्रमुख बिंदु
पंचायती सशक्तिकरण:
यह पहल ओडिशा, असम, गुजरात और आंध्र प्रदेश में पंचायतों की क्षमता बढ़ाने पर केंद्रित है, जिसमें ई-लर्निंग टूल और मोबाइल ऐप्स के माध्यम से ज्ञान की कमी को दूर किया जाएगा।
शासन का विकेंद्रीकरण:
यह पहल सरकार के व्यापक मिशन के साथ संरेखित है, जिसका उद्देश्य निर्णय लेने की प्रक्रिया को विकेंद्रीकृत करना और सहभागी शासन को प्रोत्साहित करना है।
ग्रामीण भारत को सशक्त बनाना:
कार्यक्रम का लक्ष्य स्केलेबल और नागरिक-केंद्रित शासन मॉडल बनाना है, जो समावेशी और सतत विकास को गति देगा।
पूरक पहलें
iGOT कर्मयोगी प्लेटफ़ॉर्म पर नया डैशबोर्ड:
यह उपकरण मंत्रालयों और राज्य प्रशासकों के लिए निगरानी और निर्णय लेने की क्षमताओं को बढ़ाता है, जिससे क्षमता निर्माण प्रयासों का बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित होता है।
सीपीग्राम्स वार्षिक रिपोर्ट 2024:
केंद्रीय लोक शिकायत निवारण और निगरानी प्रणाली (CPGRAMS) की सफलता को दर्शाते हुए, जो हर साल 25 लाख से अधिक शिकायतों का समाधान करती है, यह रिपोर्ट पारदर्शी शासन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
एकल सरल पेंशन आवेदन प्रपत्र:
नया डिजिटल पेंशन फॉर्म सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों के लिए प्रक्रिया को सरल बनाता है, जिससे तेज, लागत प्रभावी भुगतान और बेहतर उपयोगकर्ता अनुभव सुनिश्चित होता है।
समाचार में क्यों? | मुख्य बिंदु |
‘विकसित पंचायत कर्मयोगी‘ पहल का शुभारंभ | – सुशासन दिवस पर डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा शुरू किया गया। |
– पंचायती राज संस्थाओं (PRIs) को सशक्त बनाने के लिए नवीन उपकरणों और क्षमता निर्माण ढांचे पर केंद्रित। | |
– ओडिशा, असम, गुजरात और आंध्र प्रदेश में पायलट प्रोजेक्ट। | |
– ‘प्रशासन गांव की ओर’ अभियान का हिस्सा। | |
– ई-लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म, एआई-सक्षम चैटबॉट्स और मोबाइल ऐप्स का उपयोग। | |
– विकेंद्रीकृत शासन और सहभागी निर्णय लेने पर जोर। | |
शासन सुधार पहलें | – डॉ. जितेंद्र सिंह ने नया iGOT कर्मयोगी डैशबोर्ड भी लॉन्च किया। |
– क्षमता निर्माण के लिए 1600वें ई-लर्निंग पाठ्यक्रम का शुभारंभ। | |
– सीपीग्राम्स वार्षिक रिपोर्ट 2024 जारी, जिसमें हर साल 25 लाख से अधिक शिकायतों का समाधान। | |
एकल सरल पेंशन आवेदन फॉर्म | – नौ पेंशन फॉर्म को एक डिजिटल प्रारूप में समाहित किया। |
– वास्तविक समय में ट्रैकिंग के लिए e-HRMS को भविष्य (Bhavishya) के साथ एकीकृत किया। | |
पेंशन संबंधित निर्देशों का संग्रह, 2024 | – पेंशन प्रशासन के लिए अद्यतन नियम, प्रक्रियाओं और दिशानिर्देशों को संकलित करता है। |
सुशासन दिवस | – अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। |
– समावेशी और उत्तरदायी प्रशासन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। | |
जानकारी | – ओडिशा: ‘विकसित पंचायत कर्मयोगी’ के लिए पहला राज्य। |
– डॉ. जितेंद्र सिंह: केंद्रीय मंत्री, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान, पीएमओ, परमाणु ऊर्जा, और अंतरिक्ष। | |
सरकार की अन्य पहलें | – पेंशनभोगियों के जीवन प्रमाण पत्र के लिए फेस रिकग्निशन तकनीक। |
– मृत जन्म के लिए चाइल्डकेयर अवकाश और मातृत्व लाभ का उदारीकरण। |