अपनी प्रतिष्ठित देशभक्ति फिल्मों के लिए मशहूर दिग्गज बॉलीवुड अभिनेता मनोज कुमार का 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया। हृदय संबंधी जटिलताओं और डीकंपेंसेटेड लिवर सिरोसिस से पीड़ित होने के बाद उन्होंने कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में अंतिम सांस ली।
अपनी देशभक्ति फिल्मों के लिए मशहूर दिग्गज बॉलीवुड अभिनेता मनोज कुमार का 87 साल की उम्र में निधन हो गया। दिल से जुड़ी जटिलताओं और डीकंपेंसेटेड लिवर सिरोसिस से पीड़ित होने के बाद उन्होंने कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में अंतिम सांस ली।
मनोज कुमार का जीवन और करियर
प्रारंभिक जीवन और सिनेमा में यात्रा
मनोज कुमार, जिनका मूल नाम हरिकृष्ण गिरि गोस्वामी था, का जन्म वर्तमान पाकिस्तान में हुआ था। भारत के विभाजन के बाद, उनका परिवार दिल्ली आ गया, जहाँ उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की और सिनेमा में गहरी रुचि विकसित की।
स्टारडम की ओर बढ़ना
उन्होंने 1950 के दशक के अंत में बॉलीवुड में अपनी यात्रा शुरू की और जल्द ही अपने अभिनय कौशल के लिए पहचान हासिल कर ली। उनकी शुरुआती हिट फ़िल्मों में ये शामिल हैं:
- हरियाली और रास्ता (1962)
- वो कौन थी? (1964)
- हिमालय की गोद में (1965)
- दो बदन (1966)
- पत्थर के सनम (1967)
- नील कमल (1968)
देशभक्ति की छवि और ‘भारत कुमार’ की विरासत
मनोज कुमार ने अपनी राष्ट्रवादी थीम वाली फिल्मों से बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान बनाई। अपने आत्म-बलिदान, देशभक्त किरदारों के चित्रण के कारण उन्हें ‘भारत कुमार’ की उपाधि मिली। उनकी कुछ सबसे प्रसिद्ध देशभक्ति फिल्मों में शामिल हैं:
- शहीद (1965) – भगत सिंह के जीवन पर आधारित
- उपकार (1967) – लाल बहादुर शास्त्री के नारे ‘जय जवान जय किसान’ से प्रेरित
- पूरब और पश्चिम (1970) – भारतीय मूल्यों और पश्चिमी प्रभाव के बीच विरोधाभास पर आधारित फिल्म
- क्रांति (1981) – भारत के स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित एक ऐतिहासिक नाटक
पुरस्कार और सम्मान
भारतीय सिनेमा में मनोज कुमार के योगदान को कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया:
- पद्म श्री (1992) – भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार।
- दादा साहब फाल्के पुरस्कार (2015) – भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान।
- अपने उत्कृष्ट अभिनय और निर्देशन के लिए उन्हें कई फिल्मफेयर पुरस्कार मिले।
समाचार का सारांश
पहलू | विवरण |
---|---|
कौन? | वरिष्ठ बॉलीवुड अभिनेता मनोज कुमार |
क्या? | 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया |
कहाँ? | कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल, मुंबई |
कब? | अप्रैल 2025 (सटीक तिथि TBA) |
मृत्यु का कारण? | हृदय संबंधी जटिलताएं और विघटित यकृत सिरोसिस |
उल्लेखनीय फ़िल्में | शहीद, उपकार, पूरब और पश्चिम, क्रांति, हरियाली और रास्ता, हिमालय की गोद में, दो बदन, पत्थर के सनम, नील कमल |
प्रमुख पुरस्कार | पद्म श्री (1992), दादा साहब फाल्के पुरस्कार (2015) |
उपनाम | भारत कुमार (उनकी देशभक्ति फिल्मों के लिए) |
प्रधानमंत्री मोदी की श्रद्धांजलि | “उनके कार्यों ने राष्ट्रीय गौरव की भावना को प्रज्वलित किया और वे पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।” |