भारतीय महिला हॉकी की दिग्गज खिलाड़ी वंदना कटारिया ने 2 अप्रैल 2024 को अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास की घोषणा की। 15 साल के शानदार करियर के साथ, उन्होंने भारत की सबसे अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाली महिला हॉकी खिलाड़ी के रूप में अपनी पहचान बनाई। 32 वर्षीय स्ट्राइकर ने सोशल मीडिया पर अपने संन्यास की जानकारी दी और कहा कि वह अपने करियर के शिखर पर रहते हुए खेल को अलविदा कहना चाहती हैं। 320 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों और 158 गोलों के साथ, वंदना कटारिया भारत की सबसे अनुभवी महिला हॉकी खिलाड़ी के रूप में संन्यास ले रही हैं।
वंदना कटारिया ने इंस्टाग्राम पर एक भावनात्मक पोस्ट साझा करते हुए खेल के प्रति अपने आभार और प्रेम को व्यक्त किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह निर्णय थकान की वजह से नहीं, बल्कि उनकी व्यक्तिगत इच्छा है कि वह अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ खेल को अलविदा कहें।
वंदना कटारिया ने 2009 में भारतीय सीनियर टीम में पदार्पण किया और पिछले एक दशक से टीम का अहम हिस्सा रही हैं।
उन्होंने भारतीय हॉकी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अपने आक्रामक खेल और गोल करने की क्षमता के कारण उन्हें टीम का “गेम चेंजर” माना जाता था।
टोक्यो 2020 ओलंपिक में वंदना कटारिया ने इतिहास रचते हुए हैट्रिक बनाने वाली पहली भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी बनीं।
उनकी बदौलत भारतीय टीम ने इतिहास में पहली बार ओलंपिक में चौथा स्थान हासिल किया, जो अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
320 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले – भारत की सबसे अधिक मैच खेलने वाली महिला हॉकी खिलाड़ी।
158 अंतरराष्ट्रीय गोल – भारतीय महिला हॉकी में सर्वश्रेष्ठ गोल स्कोररों में से एक।
एशियन चैंपियंस ट्रॉफी, कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई खेलों में भारतीय टीम की प्रमुख सदस्य रहीं।
हालांकि वंदना कटारिया अंतरराष्ट्रीय हॉकी को अलविदा कह चुकी हैं, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि वह घरेलू लीग, विशेष रूप से हॉकी इंडिया लीग में खेलना जारी रखेंगी। उनका अनुभव और प्रतिभा युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेगी।
| श्रेणी | विवरण |
| किसने संन्यास लिया? | वंदना कटारिया |
| खेल | फ़ील्ड हॉकी |
| कुल अंतरराष्ट्रीय मैच | 320 |
| कुल गोल | 158 |
| डेब्यू वर्ष | 2009 |
| मुख्य उपलब्धि | टोक्यो 2020 ओलंपिक में हैट्रिक बनाने वाली पहली भारतीय महिला |
| संन्यास तिथि | 2 अप्रैल 2024 |
| संन्यास का कारण | करियर के शिखर पर रहते हुए खेल को अलविदा कहना चाहती हैं |
| भविष्य की योजना | घरेलू लीग में खेलना जारी रखेंगी |
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