अर्बन अड्डा 2025 के दूसरे दिन (4 जून 2025) भारत के शहरी विकास संवाद के इस राष्ट्रीय मंच पर महिलाओं ने लैंगिक समावेशी शहरी डिज़ाइन की पुरज़ोर माँग उठाई। इंडिया हैबिटेट सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में नीति-निर्माताओं, कार्यकर्ताओं, उद्यमियों और शहरी विकास विशेषज्ञों ने भाग लिया और बताया कि किस प्रकार भारतीय शहरों में महिलाएं रोजाना असुरक्षित यात्रा, खराब लास्ट-माइल कनेक्टिविटी और भेदभावपूर्ण परिवहन नीतियों का सामना कर रही हैं।
क्यों चर्चा में है?
-
राहगिरी फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य यह उजागर करना था कि भारत की शहरी संरचना और गतिशीलता प्रणाली (urban mobility systems) किस प्रकार महिलाओं को उपेक्षित करती हैं।
-
ICCT और गुरूजल की साझेदारी में आयोजित इस आयोजन में, सार्वजनिक परिवहन और शहरी नियोजन में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने की ज़रूरत पर बल दिया गया।
-
इस अवसर पर लैंगिक दृष्टिकोण से संवेदनशील शहरों के निर्माण की ओर बढ़ते प्रयासों को भी सराहा गया।
मुख्य विषय और मुद्दे
मुद्दा | विवरण |
---|---|
महिलाओं की यात्रा | रोजाना की यात्रा में छेड़छाड़, असुरक्षित सड़कों, खराब स्वच्छता और अप्राप्य परिवहन का सामना करना पड़ता है। |
प्रतिनिधित्व की कमी | महिला ड्राइवर, ऑपरेटर, और योजना-निर्माताओं की संख्या बेहद कम है। |
शहरी डिज़ाइन में पक्षपात | शहरों की संरचना आमतौर पर पुरुषों की यात्रा के पैटर्न पर आधारित होती है, जो महिलाओं की आवश्यकताओं की अनदेखी करती है। |
-
पूजा बेदी (अभिनेत्री और वेलनेस उद्यमी):
“महिलाओं की यात्रा एक Survival Olympics जैसी है।”
-
उन्होंने शहरी संरचनाओं को थकाऊ और हतोत्साहित करने वाला बताया।
-
सार्वजनिक परिवहन में सीट ही नहीं, बल्कि निर्णय-निर्माण की मेज पर भी जगह की मांग की।
-
-
राजेश्वरी बालासुब्रमण्यम (आज़ाद फाउंडेशन):
-
महिलाओं को भारी वाहन चालक के रूप में प्रशिक्षित करने की NGO की 10 वर्षों की यात्रा साझा की।
-
ऊँचाई और अनुभव जैसी पूर्वाग्रहपूर्ण पात्रताएँ चुनौतियों में शामिल रहीं।
-
अब तक 100+ महिलाएं दिल्ली परिवहन प्रणाली में नियुक्त की गईं।
-
-
स्वाति खन्ना (KfW डेवलपमेंट बैंक):
-
लैंगिक समावेशन को “संज्ञेय और योजनाबद्ध” बनाने की आवश्यकता बताई।
-
कोच्चि के इलेक्ट्रिक वाटर मेट्रो में महिला फेरी पायलटों के प्रशिक्षण का उदाहरण साझा किया।
-
-
मुख्ता नायक (NIUA):
-
सरकार द्वारा सुरक्षित व समावेशी बुनियादी ढांचे की पहल का स्वागत किया लेकिन कहा कि कार्यान्वयन और विस्तार अभी भी कमजोर कड़ियाँ हैं।
-
आयोजन विवरण
तत्व | विवरण |
---|---|
कार्यक्रम | अर्बन अड्डा 2025 (दिन 2) |
तारीख | 4 जून 2025 |
स्थान | इंडिया हैबिटेट सेंटर, नई दिल्ली |
आयोजक | राहगिरी फाउंडेशन |
साझेदार | ICCT और गुरूजल |
मीडिया साझेदार | हिंदुस्तान टाइम्स |