केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने नई दिल्ली स्थित नेशनल डोप टेस्टिंग लैबोरेटरी (NDTL) में एथलीट पासपोर्ट मैनेजमेंट यूनिट (APMU) का उद्घाटन किया। यह पहल भारत के एंटी-डोपिंग प्रयासों में एक महत्वपूर्ण प्रगति का संकेत देती है, जिससे देश अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होता है और निष्पक्ष, स्वच्छ और नैतिक खेलों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।
APMU के माध्यम से एथलीट बायोलॉजिकल पासपोर्ट (ABP) प्रणाली के तहत खिलाड़ियों के जैविक संकेतकों की दीर्घकालिक निगरानी संभव होगी, जिससे प्रतिबंधित पदार्थों की प्रत्यक्ष पहचान के बिना भी डोपिंग के पैटर्न को पकड़ा जा सकेगा। यह पहल भारत को वैश्विक दक्षिण (Global South) के लिए एक सहायक और अग्रणी राष्ट्र के रूप में भी स्थापित करती है, जो पड़ोसी देशों को विशेषज्ञता और संसाधन उपलब्ध कराएगा।
उद्घाटनकर्ता: डॉ. मनसुख मंडाविया, केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल मंत्री, श्रम एवं रोजगार मंत्री
तारीख: 17 अप्रैल 2025
स्थान: नेशनल डोप टेस्टिंग लैबोरेटरी (NDTL), नई दिल्ली
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति:
श्रीमती सुजाता चतुर्वेदी (सचिव, खेल मंत्रालय)
श्री कुनाल (संयुक्त सचिव)
प्रो. पी.एल. साहू (सीईओ, NDTL)
प्रमुख वैज्ञानिक एवं विशेषज्ञ
यह एक विशेषीकृत इकाई है जो एथलीट बायोलॉजिकल पासपोर्ट (ABP) का प्रबंधन और निगरानी करती है।
यह विश्व की 17वीं और भारत की पहली APMU है।
एथलीट के जैविक संकेतकों (जैसे रक्त मान, हार्मोन स्तर आदि) को समय के साथ ट्रैक करती है।
डोपिंग की अप्रत्यक्ष पहचान में सहायक, जहाँ प्रतिबंधित पदार्थों की सीधे जांच नहीं की जाती।
भारत की एंटी-डोपिंग क्षमता को WADA मानकों के अनुसार मजबूत बनाता है।
भारत पड़ोसी देशों को उपकरण, प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता प्रदान करेगा।
APMU को “ग्लोबल साउथ के लिए सहारे की किरण” बताया गया है।
खेलों में वैश्विक एकजुटता और निष्पक्षता को बढ़ावा देता है।
एथलीट के जैविक संकेतकों का इलेक्ट्रॉनिक प्रोफाइल, जो समय के साथ एकत्र किया जाता है।
डोपिंग पैटर्न की पहचान करने में मदद करता है, बिना किसी प्रतिबंधित पदार्थ की सीधी जांच के।
इसमें रक्त मान, स्टेरॉयड स्तर आदि शामिल होते हैं।
यह प्रणाली वैज्ञानिक और चिकित्सा अनुसंधान के आधार पर विकसित हुई और WADA द्वारा परिष्कृत की गई है।
खेलों में निष्पक्षता और अखंडता सुनिश्चित करना।
गैर-आक्रामक तरीकों से अनैतिक प्रथाओं की पहचान करना।
स्कूलों, कॉलेजों और ग्रामीण क्षेत्रों में एंटी-डोपिंग के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
खेल महासंघों, शैक्षणिक संस्थानों और वैज्ञानिकों को जागरूकता अभियानों में शामिल करना।
| विषय | विवरण |
| क्यों चर्चा में? | केंद्रीय मंत्री ने एथलीट पासपोर्ट प्रबंधन इकाई (APMU) का उद्घाटन किया |
| स्थान | नेशनल डोप टेस्टिंग लेबोरेटरी (NDTL), नई दिल्ली |
| इकाई का नाम | एथलीट पासपोर्ट प्रबंधन इकाई (APMU) |
| उद्देश्य | एथलीट बायोलॉजिकल पासपोर्ट का प्रबंधन और निगरानी करना |
| वैश्विक महत्व | विश्व की 17वीं APMU, भारत की पहली |
| निगरानी प्रणाली | जैविक संकेतकों (रक्त, हार्मोन आदि) की ट्रैकिंग |
| अनुरूपता | वर्ल्ड एंटी-डोपिंग एजेंसी (WADA) के दिशानिर्देशों के अनुरूप |
| ग्लोबल साउथ के लिए भूमिका | ज्ञान-साझाकरण और क्षमता निर्माण में योगदान |
| दीर्घकालिक दृष्टिकोण | स्वच्छ, नैतिक खेलों को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करना |
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