भारत सरकार ने पूर्व विदेश मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज के सम्मान में दो संस्थानो- प्रवासी भारतीय केंद्र और विदेशी सेवा संस्थान का नाम उनके नाम पर रखने का फैसला किया हैं।
दुनिया भर में संकट में फंसे भारतीयों से संपर्क साधने और सहानुभूति व्यक्त करने के लिए मशहूर रही पूर्व विदेश मंत्री के नाम पर प्रवासी भारतीय केंद्र का नाम बदलकर सुषमा स्वराज भवन कर दिया गया। प्रवासी भारतीय केंद्र एक सांस्कृतिक केंद्र है जो दुनिया भर में रह रहे प्रवासी भारतीयों के साथ भारत के संबंध को दर्शाता है।
विदेशी सेवा संस्थान का नाम बदलकर सुषमा स्वराज विदेश संस्थान कर दिया गया है। विदेश सेवा संस्थान एक ऐसा संस्थान है जहाँ राजनयिकों को प्रशिक्षण दिया जाता है।
पूर्व विदेश मंत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज हरियाणा सरकार में सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री भी थीं, उन्होंने दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी और देश में राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी की पहली महिला प्रवक्ता भी रह चुकी थी। उन्होंने 2009-14 के बीच लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में भी अपना योगदान दिया था।