त्रिपुरा सरकार ने गतिविधि आधारित एक विशेष शिक्षा पहल “एकटू खेलों, एकटू पढ़ों” (Ektu Khelo, Ektu Padho) शुरू करने की घोषणा की है। नई योजना को व्हाट्सएप या एसएमएस सेवाओं के माध्यम से प्रैक्टिकल सीखने की गतिविधियों और सरल परियोजनाओं, मजेदार गतिविधियों और गेम के संदेशों पर केंद्रित ऑडियो और वीडियो सामग्री को प्रसारित करके छात्रों को पढ़ाई में व्यस्त रखने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस नई योजना को अभिभावकों के स्मार्टफोन के माध्यम से एक्सेस किया जा सकेगा और यदि छात्रों के कोई स्मार्टफोन उपलब्ध नहीं है, तो वह पढ़ाने के लिए एसएमएस सेवाओं का उपयोग कर सकेगा।
‘Ektu Khelo, Ektu Padho’ के लिए दिशानिर्देश:
- दिशानिर्देशों के अनुसार, दिन का पाठ और अभ्यास की जानकारी हर सुबह छात्रों के मोबाइल फोन पर पहुंचाई जाएगी.
- उनके द्वारा किए कार्य पर प्रतिक्रिया दोपहर में एकत्र की जाएगी.
- इस सामग्री को राज्य मुख्यालय से विभिन्न जिलों में अकादमिक समन्वयकों तक साझा किया जाएगा, जो क्षेत्र में संबंधित हेडमास्टर्स के बीच समन्वय करेंगे.
- हेडमास्टर, जो अपने शिक्षकों को इस प्रक्रिया की निगरानी करने के लिए संलग्न करेंगे, प्रतिक्रिया और अभ्यास में पाई जाने वाले किसी भी तरह की कमी के लिए वापस रिपोर्टिंग के लिए जिम्मेदार होंगे।
त्रिपुरा में वर्तमान में 4,398 सरकारी स्कूलों के अलावा सरकारी सहायता प्राप्त 335 निजी स्कूल हैं। राज्य भर के इन स्कूलों में पांच लाख छात्र पढ़ते हैं, जिनमें से लगभग एक लाख निजी स्कूलों में हैं।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- त्रिपुरा के मुख्यमंत्री: बिप्लब कुमार देब.
- त्रिपुरा के राज्यपाल: रमेश बैस.