ट्राइबल कोऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (TRIFED) द्वारा यूनिसेफ के साथ मिलकर स्वयं सहायता समूहों (SHG) के लिए शुरू किए डिजिटल अभियान को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल संचार रणनीति विकसित की है। इस साझेदारी का उद्देश्य सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व को उजागर करना है।
यूनिसेफ के सहयोग से सभी SHG केन्द्रों पर डिजिटल मीडिया सामग्री प्रदान करेगा और वर्चुअल प्रशिक्षण (कोविड के संबंध में मूल जानकारी, प्रमुख रोकथाम व्यवहार) के लिए वेबिनार आयोजित किए जाएंगे; सोशल मीडिया अभियान (एक-दूसरे से आवश्यक दूरी बनाए रखना घर में क्वारंटाइन होना) चलाए जाएंगे तथा वन्य रेडियो का संचालन किया जाएगा। इसमें 18,000 से अधिक प्रतिभागियों के जुड़ने का लक्ष्य रखा गया है और जो सभी 27 राज्यों के जनजातीय क्षेत्रों को कवर करेगा।
27 राज्यों और एक केन्द्र शासित प्रदेश में कुल 1205 वन धन विकास केन्द्रों (वीडीवीके) को मंजूरी दी गई है, जिनसे 18,075 वन धन स्वयं सहायता समूह जुड़े हुए हैं। इस योजना से लगभग 3.6 लाख जनजातीय संग्राहक जुड़े हुए हैं। प्रारंभ में, एक डिजिटल प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से 15,000 स्वयं सहायता समूहों को वन धन सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) अभियान सह आजीविका केन्द्रों के रूप में बढ़ावा दिया जाएगा।
TRIFED?
TRIFED, जनजातीय मामलों के मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत आने वाली राष्ट्रीय स्तर की एक प्रमुख संस्था है। इसे 1987 में स्थापित किया गया था। यह अप्रैल 1988 से संचालित है। TRIFED का मूल उद्देश्य देश की जनजातियों द्वारा एकत्र ‘माइनर फॉरेस्ट प्रोड्यूस (MFP) का माल का उचित मूल्य दिलाना है। ट्राइफेड का मुख्य कार्यालय नई दिल्ली में स्थित है। प्रधान कार्यालय के अलावा इसके देश के विभिन्न स्थानों पर 13 क्षेत्रीय कार्यालय के स्थित हैं।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
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- यूनिसेफ गठन: 1946; मुख्यालय: न्यूयॉर्क शहर, यू.एस.
- यूनिसेफ के अध्यक्ष: एच.ई. रबाब फातिमा.