अरुणाचल प्रदेश के मोनपा आदिवासी समुदाय का तीन दिवसीय तोरग्या महोत्सव (Torgya Festival) अरुणाचल प्रदेश के तवांग मठ में मनाया जाता है। त्योहार का मुख्य आकर्षण ‘शा-ना छम (Sha-na Cham)’ है, जो भिक्षुओं द्वारा छो-ग्याल याप (Choe-Gyal Yap) और यम त्सा-मुंडे (Yum Tsa-Munde) देवता को प्रदर्शित करने के लिए किया जाने वाला अनुष्ठान नृत्य है।
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हिन्दू रिव्यू दिसम्बर 2021, Download Monthly Hindu Review PDF in Hindi
इस वर्ष ‘डुंग्युर तोरग्या’ उत्सव है, जो प्रत्येक तीसरे वर्ष के रूप में एक विशेष अवसर का प्रतीक है, त्योहार को व्यापक स्तर पर डुंग्युर महोत्सव के नाम से आयोजित किया जाता है, जिसके दौरान दलाई लामा फेब जुम भेजकर अन्य लामाओं को आशीर्वाद (जिसे त्से-बूम के रूप में भी जाना जाता है) प्रदान करते हैं जो कि अनुष्ठानों में उपयोग की जाने वाली एक पवित्र वस्तु है।
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