विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वर्ल्ड हेल्थ स्टैटिस्टिक्स 2024 रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 में हुई कुल 68 मिलियन मौतों में से लगभग 57% (39 मिलियन मौतें) केवल शीर्ष 10 कारणों से हुईं। कोविड-19 महामारी ने वैश्विक मृत्यु दर के पैटर्न को बदल दिया, जिससे संक्रामक बीमारियों का प्रभाव बढ़ा और औसत जीवन प्रत्याशा (life expectancy) में गिरावट आई।
WHO के अनुसार, महामारी के कारण:
| रैंक | मृत्यु का कारण | मृत्यु (मिलियन में) | कुल मृत्यु का प्रतिशत | मुख्य जोखिम कारक |
|---|---|---|---|---|
| 1 | इस्केमिक हृदय रोग (IHD) | 9.0M | 13.2% | अस्वस्थ आहार, शारीरिक निष्क्रियता, मोटापा, धूम्रपान, शराब, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल |
| 2 | कोविड-19 | 8.7M | 12.8% | वायरस का तेजी से फैलना, बुजुर्गों में जटिलताएँ, हेल्थकेयर संसाधनों की कमी, नए वेरिएंट |
| 3 | स्ट्रोक | 7.0M | 10.2% | उच्च रक्तचाप, मधुमेह, धूम्रपान, शराब, मोटापा, हृदय रोग |
| 4 | क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) | 3.5M | 5.2% | धूम्रपान, वायु प्रदूषण, रसायनों के संपर्क में आना, अनुवांशिक कारक |
| 5 | निम्न श्वसन संक्रमण (Lower Respiratory Infections) | 2.5M | 3.6% | कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र, वायु प्रदूषण, धूम्रपान, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी |
| 6 | श्वासनली, ब्रोंकस और फेफड़ों का कैंसर | 1.9M | 2.7% | धूम्रपान, वायु प्रदूषण, कार्सिनोजेन्स का संपर्क |
| 7 | अल्ज़ाइमर और अन्य डिमेंशिया | 1.8M | 2.7% | बढ़ती उम्र, आनुवंशिकता, जीवनशैली, हृदय रोग |
| 8 | मधुमेह | 1.6M | 2.4% | अस्वस्थ आहार, मोटापा, शारीरिक निष्क्रियता, आनुवंशिक प्रवृत्ति |
| 9 | गुर्दे की बीमारियाँ (Kidney Diseases) | 1.4M | 2.1% | मधुमेह, उच्च रक्तचाप, मोटापा, नमक-प्रोटीन युक्त आहार, देर से पहचान |
| 10 | क्षय रोग (TB) | 1.4M | 2.0% | एचआईवी/एड्स, कुपोषण, खराब जीवन स्थितियाँ, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी |
हृदय धमनियों में रुकावट के कारण रक्त प्रवाह बाधित हो जाता है, जिससे दिल का दौरा पड़ सकता है। प्रमुख जोखिम कारक:
2020 के बाद कोविड-19 महामारी वैश्विक स्तर पर मृत्यु का दूसरा सबसे बड़ा कारण बना। प्रमुख कारण:
स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क को रक्त आपूर्ति रुक जाती है। प्रमुख कारण:
फेफड़ों की दीर्घकालिक बीमारी, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है। प्रमुख कारण:
प्रमुख रूप से निमोनिया और ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियाँ, जो कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों को प्रभावित करती हैं। प्रमुख कारण:
विश्व में सबसे घातक कैंसर, जिसका प्रमुख कारण धूम्रपान है। अन्य जोखिम कारक:
मानसिक कार्यों में गिरावट, जो बुजुर्गों को अधिक प्रभावित करती है। प्रमुख कारण:
2000 से मधुमेह से होने वाली मौतों में 95% की वृद्धि हुई है। प्रमुख कारण:
क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD) मृत्यु दर के मामले में 19वें से 9वें स्थान पर आ गया है। प्रमुख कारण:
गरीब और निम्न-आय वाले देशों में यह घातक संक्रमण अधिक आम है। प्रमुख कारण:
इन 10 प्रमुख बीमारियों से वैश्विक स्वास्थ्य को सबसे अधिक नुकसान हो रहा है। महामारी ने जीवन प्रत्याशा को कम कर दिया, जबकि हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर जैसी गैर-संचारी बीमारियाँ बढ़ रही हैं। स्वास्थ्य सेवाओं, जीवनशैली में सुधार और नई चिकित्सा तकनीकों से इन बीमारियों से होने वाली मौतों को रोका जा सकता है।
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