आज दोनो तेलुगु राज्यों, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में तेलुगु नव वर्ष दिवस ‘उगाड़ी’ मनाया जा रहा है। यह उत्सव हिंदू चंद्र कैलेंडर की शुरुआत यानि नववर्ष को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। हालाँकि कोरोनोवायरस के चलते लगे देश भर में लागू लॉकडाउन से इस पारंपरिक उत्साह और उल्लास में बाधा डाल दी है, और लोगो से इस प्रथागत उत्सवों को घरों में रहकर सुरक्षित ढंग से मनाने की अपील की गई हैं।
क्यों मनाया जाता है उगाड़ी?
- उगाड़ी भारत में तेलुगु और कन्नड़ समुदायों के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला चंद्र नव वर्ष का दिन है।
- उगाड़ी की तारीख 12 वीं शताब्दी के चंद्रमा की स्थिति की गणना पर निर्धारित की जाती है है। उगाड़ी की शुरुआत वसंत विषुव के बाद आने अमावस्या को होती है।
- उगाड़ी को अगली सुबह सूर्योदय से भारतीय दिन के रूप में मनाया जाता है। यह उत्सव आमतौर पर पश्चिमी कैलेंडर में मार्च के आखिरी या अप्रैल की शुरुआत में आता है और यह तिथि चंद्रमा ऋतुओं में बदलाव का संकेत देती है और उगाड़ी का अनिवार्य रूप से मतलब वसंत त्योहार है।
- महाराष्ट्र समेत भारत के अन्य हिस्सों में इसे गुड़ी पड़वा के रूप में मनाया जाता है ।
- युगाड़ी या उगाड़ी संस्कृत शब्दों युग (आयु) और अड़ी (शुरूआत) – यानि ‘एक नए युग की शुरुआत’ से मिलकर बना है।
- इस त्योहार के पीछे पौराणिक कथा है कि इसी भगवान ब्रह्मा ने ब्रह्मांड का निर्माण किया।
- 12 वीं शताब्दी के प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ भास्कराचार्य की खगोलीय गणना ने नए साल, नए महीने और नए दिन की शुरुआत के रूप में सूर्योदय से उगाड़ी की तिथि निर्धारित की थी।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- आंध्र प्रदेश के राज्यपाल: बिस्वभूषण हरिचंदन.
- आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री: वाई एस जगनमोहन रेड्डी.
- आंध्र प्रदेश की राजधानी: अमरावती.
- तेलंगाना की राजधानी: हैदराबाद.
- तेलंगाना राज्यपाल: डॉ तमिलिसाई सौंदराराजन.
- तेलंगाना के मुख्यमंत्री: के. चंद्रशेखर राव.