TCS + TPG = भारत की अगली बड़ी AI और डेटा सेंटर क्रांति

भारत में प्रौद्योगिकी अवसंरचना के भविष्य को नई दिशा देते हुए टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज़ (TCS) ने निजी इक्विटी फर्म TPG के साथ मिलकर एक ऐतिहासिक संयुक्त उद्यम की घोषणा की है। यह साझेदारी देश में एआई-केंद्रित और ‘सॉवरेन’ (राष्ट्रीय नियंत्रण वाले) डेटा सेंटर स्थापित करेगी। लगभग ₹18,000 करोड़ के संयुक्त निवेश के साथ, यह पहल TCS को दुनिया की सबसे बड़ी AI-चालित टेक्नोलॉजी सर्विसेज़ कंपनी बनने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

संयुक्त उद्यम: HyperVault AI Data Centre Ltd.

  • HyperVault AI Data Centre Ltd. को TCS की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के रूप में स्थापित किया गया है।

  • इसका उद्देश्य ऐसे अत्याधुनिक डेटा सेंटर विकसित करना और संचालित करना है जो AI और non-AI दोनों तरह के वर्कलोड को संभाल सकें।

  • ये डेटा सेंटर विशेष रूप से तैयार की गई आधुनिक सुविधाएँ प्रदान करेंगे, जैसे:

    • लिक्विड-कूल्ड सिस्टम

    • हाई-डेंसिटी रैक

    • ऊर्जा-कुशल डिज़ाइन

    • भारत के प्रमुख क्लाउड ज़ोन के साथ मजबूत नेटवर्क कनेक्टिविटी

निवेश संरचना

  • TCS और TPG 51:49 के इक्विटी अनुपात में निवेश करेंगे।

  • TPG की अंतिम हिस्सेदारी 27.5% से 49% के बीच रहेगी, यह अंतिम समझौतों पर निर्भर करेगा।

  • पहली बार, TCS ने अपने किसी उद्यम में बाहरी निजी इक्विटी निवेश और ऋण को स्वीकार किया है — जो इस परियोजना की रणनीतिक महत्ता दर्शाता है।

यह क्यों महत्वपूर्ण है?

1. AI अवसंरचना की विस्फोटक मांग

भारत की मौजूदा डेटा सेंटर क्षमता लगभग 1.5 GW है, जो 2030 तक बढ़कर 10 GW से अधिक होने का अनुमान है।
AI स्टार्टअप्स, क्लाउड सेवाओं और वैश्विक हाइपरस्केलर्स की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए HyperVault जैसे गीगावॉट-स्तरीय डेटा सेंटर आवश्यक हैं।

2. सॉवरेन डेटा सेंटर

  • ये केंद्र भारत की डेटा संप्रभुता (डेटा का देश में सुरक्षित रहना) को मजबूत करेंगे।

  • यह डीपीडीपी नियमों तथा राष्ट्रीय डिजिटल सुरक्षा लक्ष्यों के अनुरूप है।

3. पहले के सफल सहयोग

  • TCS और TPG की यह तीसरी साझेदारी है।

  • इससे पहले साझेदारी Tata Motors की EV इकाई और Tata Technologies में हुई थी।

  • यह भारत में प्राइवेट-इक्विटी और बड़े उद्योग समूहों के बीच मजबूत होती साझेदारी को दर्शाता है।

आर्थिक और तकनीकी महत्व

यह पहल निम्नलिखित क्षेत्रों में बड़ा योगदान देगी:

  • उच्च-कौशल वाले रोजगार का सृजन

  • भारत की वैश्विक AI डेटा अर्थव्यवस्था में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त

  • विदेशी डेटा स्टोरेज सेवाओं पर निर्भरता में कमी

  • राष्ट्रीय डिजिटल संप्रभुता को मजबूती

बाज़ार पर प्रभाव

  • 2019 से अब तक भारत के डेटा सेंटर बाजार में करीब $94 बिलियन का निवेश हुआ है।

  • यह नया संयुक्त उद्यम इस प्रवाह को और गति देगा और आने वाले वर्षों में टेक अवसंरचना और इनोवेशन इकोसिस्टम के लिए एक मजबूत आधार बनाएगा।

मुख्य बिंदु एक नज़र में

  • TCS–TPG संयुक्त उद्यम: HyperVault AI Data Centre Ltd.

  • कुल निवेश: लगभग ₹18,000 करोड़

  • उद्देश्य: AI और सॉवरेन डेटा सेंटर स्थापित करना

  • हिस्सेदारी: TCS – 51%, TPG – अधिकतम 49%

  • भारत की वर्तमान डेटा सेंटर क्षमता: 1.5 GW → लक्ष्य 2030 तक 10 GW

  • 2019 से निवेश: $94 बिलियन

  • TCS द्वारा पहली बार बाहरी निजी इक्विटी की भागीदारी

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vikash

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