Home   »   टाटा पावर ने बैटरी भंडारण के...

टाटा पावर ने बैटरी भंडारण के साथ सौर परियोजना परियोजना चालू की

टाटा पावर ने बैटरी भंडारण के साथ सौर परियोजना परियोजना चालू की |_3.1

टाटा पावर सोलर सिस्टम्स ने छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) के साथ 100 मेगावाट क्षमता की सौर परियोजना शुरू की है। बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली की क्षमता 120 मेगावाट (एमडब्ल्यूएच) है। एक बयान में कहा गया कि टाटा पावर सोलर सिस्टम्स (टीपीएसएसएल) को दिसंबर, 2021 में सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लि. (सेकी) से ईपीसी (इंजीनियरिंग खरीद निर्माण) आधार पर 945 करोड़ रुपये की परियोजना मिली थी।

परियोजना अनुबंध में इंजीनियरिंग, डिजाइन, आपूर्ति, निर्माण, परीक्षण, परिचालन और रखरखाव तथा परियोजनाओं को चालू करना शामिल था। बयान के अनुसार, टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लि. (टीपीआरईएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी टीपीएसएसएल ने देश की सबसे बड़ी सौर और बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) परियोजना को छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में सफलतापूर्वक चालू कर दिया है। इसमें 100 मेगावाट सौर पीवी परियोजना के साथ 120 मेगावाट क्षमता की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली शामिल हैं।

 

प्रभाव और योगदान

इस परियोजना से सालाना 24.35 करोड़ यूनिट बिजली उत्पन्न होने और 25 साल में कार्बन उत्सर्जन में में 48.7 लाख टन की कमी आने का अनुमान है। बीईएसएस के लिए टाटा ऑटोकॉम्प सिस्टम्स लिमिटेड के साथ सहयोग उत्कृष्टता और साझेदारी-संचालित सफलता के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

 

टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (टीपीआरईएल) के बारे में

टाटा पावर कंपनी लिमिटेड की सहायक कंपनी टीपीआरईएल भारत के नवीकरणीय ऊर्जा परिदृश्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के विकास, स्वामित्व, संचालन और रखरखाव में माहिर है, जो विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक हरित ऊर्जा समाधान पेश करता है। टीपीआरईएल के पोर्टफोलियो में तमिलनाडु में अत्याधुनिक सौर सेल और मॉड्यूल प्लांट की योजना के साथ सौर, पवन, हाइब्रिड, पीक, फ्लोटिंग सोलर और स्टोरेज सिस्टम शामिल हैं। कंपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में ईवी चार्जिंग समाधान और सलाहकार सेवाएं भी प्रदान करती है।

FAQs

टाटा पावर कंपनी क्या बनाती है?

टाटा पावर टाटा घराने की एक कम्पनी है जो निजी क्षेत्र में विद्युत का उत्पादन, संप्रेषण एवं वितरण का काम करती है। बिजली वितरण के क्षेत्र में तो यह पहले से कार्यरत थी लेकिन बिजली उत्पादने के क्षेत्र में इसकी विस्तार की महत्वाकांक्षी योजना है।

TOPICS: