टाटा बोइंग एयरोस्पेस लिमिटेड (टीबीएएल) ने भारतीय सेना द्वारा ऑर्डर किए गए छह एएच-64 अपाचे अटैक हेलीकॉप्टरों के लिए यहां अत्याधुनिक सुविधा से पहला फ्यूजलेज डिलीवर किया। बोइंग इंडिया के अध्यक्ष सलिल गुप्ते ने इसे एक गौरवपूर्ण मील का पत्थर बताया और हैदराबाद में उनके संयुक्त उद्यम, टाटा बोइंग एयरोस्पेस लिमिटेड में आत्मनिर्भर भारत और विश्वस्तरीय विनिर्माण क्षमताओं के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण दिया। उन्होंने कहा कि अपाचे भारतीय सेना की क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि प्रदान करेगा, ठीक वैसे ही जैसे एएच-64 भारतीय वायुसेना के लिए है।
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बोइंग ने 2020 में भारतीय वायुसेना को सभी 22 एच-64ए अपाचे हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी पूरी कर ली थी। अपाचे फ्यूजलेज के लिए वैश्विक एकमात्र स्रोत आपूर्तिकर्ता होने के अलावा टीबीएएल की 14,000 वर्ग मीटर की सुविधा बोइंग 737 और 777 मॉडल के लिए जटिल एयरो-स्ट्रक्चर बनाती है। बोइंग और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) के बीच संयुक्त उद्यम में 900 से अधिक इंजीनियर और तकनीशियन कार्यरत हैं और इसकी निर्माण प्रक्रियाओं में अत्याधुनिक रोबोटिक्स, ऑटोमेशन और उन्नत एयरोस्पेस अवधारणाओं का उपयोग किया जाता है।
टीबीएएल ने 190 से अधिक फ्यूजलेज के साथ मेसा, एरिजोना में बोइंग के अपाचे फाइनल असेंबली प्लांट का उत्पादन और आपूर्ति की है। मेक इन इंडिया के लिए सरकार के दृष्टिकोण के समर्थन में 100 से अधिक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) आपूर्तिकर्ताओं के माध्यम से इन एयरोस्ट्रक्चर असेंबली में उपयोग किए जाने वाले 90 प्रतिशत से अधिक भागों का निर्माण भारत के भीतर किया जाता है। संचालन में 1,275 एएच-64 अपाचे से अधिक के साथ वैश्विक स्तर पर 49 लाख से अधिक उड़ान घंटे जमा हो रहे हैं, जिनमें से 13 लाख युद्ध में हैं, हमला हेलीकॉप्टर दुनिया के सबसे उन्नत और सिद्ध हमले हेलीकॉप्टर होने की प्रतिष्ठा रखता है।
अपाचे हेलीकॉप्टर
बोइंग एएच-64 अपाचे (Boeing AH-64 Apache) अमेरिका का दो टर्बोशाफ्ट इंजन और चार ब्लेड वाला अटैक हेलीकॉप्टर है। यह हेलीकॉप्टर अपने आगे लगे सेंसर की मदद से रात में उङान भर सकता है। इसकी पहली उड़ान 30 सितंबर 1975 में हुई थी। यह दुनिया में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाला अटैक हेलीकॉप्टर है।