जापानी ऑटोमोबाइल दिग्गज होंडा मोटर कंपनी ने अपनी भारतीय सहायक कंपनी होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड (HCIL) के लिए नेतृत्व परिवर्तन की घोषणा की है। ताकाशी नाकाजिका को 1 अप्रैल 2025 से HCIL के नए प्रेसिडेंट और सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया है। वह तकुया त्सुमुरा का स्थान लेंगे, जो भारत में तीन वर्षों का कार्यकाल पूरा करने के बाद होंडा के मुख्यालय, जापान लौटेंगे।
ताकाशी नाकाजिका कौन हैं?
ताकाशी नाकाजिका होंडा के एक अनुभवी अधिकारी हैं, जिनके पास ऑटोमोबाइल उद्योग में 30 वर्षों का अनुभव है। उन्होंने 1994 में होंडा से अपने करियर की शुरुआत की और कई अंतरराष्ट्रीय बाजारों में नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं:
- रूस – 2021 से होंडा मोटर रूस के प्रेसिडेंट के रूप में कार्य किया।
- जापान – होंडा मुख्यालय में बिजनेस प्लानिंग और प्रोडक्ट स्ट्रैटेजी से जुड़े महत्वपूर्ण कार्य किए।
- चीन – विश्व के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल बाजारों में से एक में होंडा के विस्तार में योगदान दिया।
- स्पेन और चेक गणराज्य – मार्केटिंग और सेल्स प्रमोशन में अहम भूमिका निभाई।
ताकाशी नाकाजिका का व्यापक अनुभव बिजनेस प्लानिंग, प्रोडक्ट प्लानिंग, मार्केटिंग और सेल्स प्रमोशन में है, जिससे वे भारत में होंडा कार्स के नेतृत्व के लिए पूरी तरह से सक्षम हैं।
तकुया त्सुमुरा का भारत में योगदान
तकुया त्सुमुरा, जो अब होंडा मुख्यालय लौट रहे हैं, ने भारत में अपनी तीन साल की नेतृत्व अवधि में कई महत्वपूर्ण पहल कीं:
- भारत में होंडा की प्रीमियम ब्रांड इमेज को मजबूत किया।
- ग्राहक-केंद्रित पहल को बढ़ावा देकर संतुष्टि और ब्रांड लॉयल्टी में सुधार किया।
- उद्योग की चुनौतियों के बावजूद कंपनी की लाभदायक वृद्धि सुनिश्चित की।
तकुया त्सुमुरा के नेतृत्व में प्रमुख उपलब्धियाँ
तकुया त्सुमुरा के कार्यकाल में होंडा ने भारत में कई महत्वपूर्ण मॉडल लॉन्च किए, जिनमें शामिल हैं:
- होंडा सिटी e:HEV – भारत की पहली मेनस्ट्रीम हाइब्रिड सेडान, जो उच्च ईंधन दक्षता और पर्यावरण-अनुकूल ड्राइविंग का नया मानक बनी।
- होंडा एलीवेट – एक ग्लोबल एसयूवी, जिसे भारत में प्रीमियम एसयूवी की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए लॉन्च किया गया।
- तीसरी पीढ़ी की होंडा अमेज़ – एक कॉम्पैक्ट सेडान, जो भारतीय उपभोक्ताओं के बीच काफी लोकप्रिय बनी हुई है।
होंडा कार्स इंडिया के लिए नेतृत्व परिवर्तन का क्या अर्थ है?
ताकाशी नाकाजिका के नए सीईओ बनने के बाद, कंपनी निम्नलिखित लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकती है:
- नए उत्पाद रणनीतियों के माध्यम से भारतीय बाजार में होंडा की उपस्थिति को और मजबूत करना।
- हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) सेगमेंट में विस्तार करना, जिससे भारत की सस्टेनेबल मोबिलिटी को बढ़ावा मिल सके।
- एसयूवी सेगमेंट में बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने पर जोर देना, जो हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ रहा है।
- अंतरराष्ट्रीय अनुभव का लाभ उठाकर भारतीय परिचालन को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाना।
होंडा कार्स इंडिया के लिए यह नेतृत्व परिवर्तन भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में नई रणनीतियों, नवाचारों और सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।