Categories: Ranks & Reports

हिंडनबर्ग अडानी मामले पर SC कमेटी की रिपोर्ट, जानें विस्तार से

अडानी-हिंडनबर्ग (Adani Hindenburg) मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक हो गई। अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी को 2023 को रिपोर्ट जारी कर अडानी ग्रुप की कंपनियों को ओवरवैल्यूड बताया था और अकाउंट्स में हेरफेर का आरोप लगाया था। हालांकि, हिंडनबर्ग के आरोपों को अडानी ग्रुप ने खारिज कर दिया था। लेकिन विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर जमकर बवाल मचाया और जब मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, तो सर्वोच्च न्यायालय ने जांच के लिए एक विशेष कमेटी गठित की थी। अब इस कमेटी की रिपोर्ट सामने आ चुकी है।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

छह सदस्यों वाले पैनल ने कहा कि सेबी ने जो स्पष्टीकरण दिया है और जो डेटा सामने आए हैं, उनसे पहली नजर में यह निष्कर्ष निकालना संभव नहीं है कि कीमतों में छेड़छाड़ के आरोपों में रेगुलेटरी फेल्योर हुआ है। सेबी ने 13 ऐसे खास ट्रांजैक्शंस की पहचान की है जिन्हें संदिग्ध माना गया है। इनकी जांच हो रही है। सुप्रीम कोर्ट के पैनल की अगुवाई पूर्व जस्टिस एएम सप्रे कर रहे हैं। पैनल का कहना है कि सेबी इन ट्रांजैक्शंस के बारे में डेटा इकट्ठा कर रहा है और उसे समयबद्ध तरीके से इस मामले की जांच करनी है। सेबी ने अडानी ग्रुप पर लगे आरोपों की जांच के लिए और छह महीने का समय मांगा था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उसे 14 अगस्त तक यह काम पूरा करने को कहा।

 

समिति ने क्या कहा?

रेगुलेटरी फेल्योर के सवाल पर पैनल ने कहा कि इस निष्कर्ष पर पहुंचना संभव नहीं है। पैनल ने कहा कि आर्टिफिशियल ट्रेडिंग का कोई पैटर्न सामने नहीं आया है और ट्रेडिंग में गड़बड़ी का भी कोई पैटर्न नहीं मिला है। सेबी ने पाया कि कुछ कंपनियों ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने से पहले शॉर्ट पोजीशन ली थी और शेयरों की कीमत में गिरावट के बाद इसका फायदा उठाया था। कमेटी ने कहा कि मार्केट ने अडानी ग्रुप के स्टॉक्स को re-priced और re-assessed किया है।

 

जांच को समय से पूरा करने की जरूरत

 

सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित विशेष समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सभी जांचों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने की आवश्यकता है, पैनल वर्तमान में यह निष्कर्ष नहीं निकाल सकता है कि कीमतों में हेरफेर के आरोप में नियामक की विफलता रही है। समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत के बाजार नियामक ने समूहों की संस्थाओं के स्वामित्व के संबंध में अपनी जांच में निष्कर्ष पेश किए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, अडानी के शेयरों में अस्थिरता वास्तव में बहुत अधिक थी, जिसकी वजह हिंडनबर्ग की रिपोर्ट और उसके परिणामों हैं।

 

Find More Ranks and Reports Here

FAQs

क्या है हिंडनबर्ग रिसर्च?

हिंडनबर्ग रिसर्च एक वित्तीय शोध करने वाली कंपनी है, जो इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव मार्केट के आंकड़ों का विश्लेषण करती है। इसकी स्थापना साल 2017 में नाथन एंडरसन ने की है। हिंडनबर्ग रिसर्च हेज फंड का कारोबार भी करती है।

vikash

Recent Posts

भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं कण्ठमाला के मामले, जानें क्या है लक्षण, कारण और बचाव के तरीके

कण्ठमाला एक वायरल बीमारी है जो मम्प्स वायरस के कारण होती है, जो पैरामाइक्सोवायरस परिवार…

9 hours ago

भारतीय सेना और पुनीत बालन ग्रुप ने पुणे में बनाया पहला संविधान गार्डन

भारतीय सेना और पुनीत बालन समूह ने पुणे में देश के पहले संविधान पार्क का…

9 hours ago

भारत 46वीं अंटार्कटिक संधि सलाहकार बैठक की मेजबानी करेगा

भारत 20 से 30 मई, 2024 तक कोच्चि, केरल में 46वीं अंटार्कटिक संधि सलाहकार बैठक…

10 hours ago

कोर सेक्टर की वृद्धि दर मार्च में घटकर 5.2 प्रतिशत पर पहुंची

मार्च में, भारत के मुख्य क्षेत्रों की वृद्धि फरवरी के 7.1% से 5.2% तक सुस्त हो…

10 hours ago

यूनिफ़ाइड पेमेंट इंटरफ़ेस (UPI) लेनदेन में अप्रैल में थोड़ी गिरावट आई

अप्रैल 2024 में, यूनिफाइड पेमेंट इंटरफ़ेस (UPI) लेनदेन में मार्च की तुलना में मात्रा में…

10 hours ago

मशहूर लेखक पॉल ऑस्टर का 77 साल की उम्र में निधन

प्रसिद्ध अमेरिकी उपन्यासकार और फिल्म निर्माता पॉल ऑस्टर का 77 वर्ष की आयु में निधन…

10 hours ago