दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने केपटाउन में अपने सालाना ‘स्टेट ऑफ द नेशन’ संबोधन के दौरान देश में बिजली संकट के कारण आपदा की स्थिति का एलान किया। इस दौरान रामाफोसा ने ये भी कहा कि वह पद छोड़ने पर विचार कर रहे थे लेकिन अब उन्हें पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला से प्रेरणा मिली है, जिसके बाद उन्होंने पद पर बने रहने का फैसला किया है। अपने संबोधन में दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कहा कि देश इस समय कई संकटों का सामना कर रहा है, जिनमें बिजली संकट, बेरोजगारी, अपराध और हिंसा में बढ़ोतरी जैसे मुद्दे हैं।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका की सरकारी बिजली कंपनी Eskom रिकॉर्ड स्तर पर बिजली कटौती कर रही है, जिसकी वजह से इस साल अफ्रीका के औद्योगिक विकास के 2 प्रतिशत का सफाया हो जाने की आशंका है। वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है, कि बिजली संकट के जल्द समाधान के लिए राष्ट्रपति रामाफोसा पर भारी प्रेशर है, क्योंकि दक्षिण अफ्रीकी परिवारों और व्यवसायों पर बिजली कटौती का गंभीर असर हो रहा है। हर दिन कई-कई घंट तक बिजली नहीं रहने से लोगों का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है।
आपको बता दें, कि राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के बाद संविधान से दक्षिण अफ्रीका के सरकार को कई तरह की विशेष शक्तियां मिल जाती हैं, जिनके तहत सरकार आपातकालीन खरीद प्रक्रियाओं को आगे बढ़ा सकती है, वहीं देश को संकट से बाहर निकालने के लिए सरकार तत्काल नये नियमों को लागू कर सकती है। इससे पहले दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने कोविड संकट के दौरान भी राष्ट्रीय आपदा कानून का इस्तेमाल किया था और अब बिजली संकट के लिए इस अधिकार का इस्तेमाल किया गया है।
बिजली संकट की वजह से दक्षिण अफ्रीका के कई शहरों में गंभीर पानी संकट में उत्पन्न हो गया है, वहीं बड़े अपार्टमेंट्स में रहने वाले लोगों की स्थिति काफी गंभीर है। बताया जा रहा है, कि दक्षिण अफ्रीका में सरकारी स्तर पर किए गये भारी भ्रष्टाचारा और चोरी की वजह से देश इस गंभीर आपदा में फंसी है, जिसकी वजह से 12 घंटे से ज्यादा वक्त तक बिजली काटी जा रही है।
चीन की शिपिंग कंपनी कॉस्को द्वारा पेरू के चांकाय में विकसित किया जा रहा यह…
1 नवंबर 2024 को समाप्त पखवाड़े में जमा वृद्धि (11.83%) और ऋण वृद्धि (11.9%) लगभग…
केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री, डॉ. मनसुख मांडविया ने खेलों में डोपिंग के खिलाफ…
बिरसा मुंडा जयंती, जिसे जनजातीय गौरव दिवस के नाम से भी जाना जाता है, हर…
अक्टूबर 2024 में भारत के माल निर्यात ने 17.3% की वृद्धि के साथ $39.2 बिलियन…
अक्टूबर में भारत की थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित मुद्रास्फीति 2.36% पर पहुंच गई, जो…