श्री राजीव मल्होत्रा और महोदया विजया विश्वनाथन द्वारा लिखी गई “स्नेक्स इन द गंगा: ब्रेकिंग इंडिया 2.0” नामक पुस्तक भारत में काफी पहचान प्राप्त कर रही है। इस पुस्तक में संयुक्त राज्य अमेरिका से भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के विभिन्न खतरों पर प्रकाश डाला गया है, जो आम भारतीय द्वारा प्रमुख खतरा के रूप में नहीं माना जाता है। हालांकि बहुत से भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रमुख खतरों को पाकिस्तान, चीन, आतंकवाद, बांग्लादेश से अवैध आवासीयता, वामपंथी उत्तराधिकारवाद और इस्लामिक उग्रवाद से आते हुए देखते हैं, लेकिन यह पुस्तक अमेरिका द्वारा भारत की सुरक्षा को एक महत्वपूर्ण खतरा भी मानती है।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
लेखकों ने बताया है कि कुछ संयुक्त राज्य अमेरिका के मीडिया आउटलेट, बुद्धिजीवियों, विश्वविद्यालयों और राजनीतिक दल जाति के आधार पर विभाजन बोने के एजेंडे को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। एक लोकतांत्रिक देश होने के बावजूद, अमेरिका को भारत की एकता और अखंडता को खतरा पहुंचाने वाली गतिविधियों को बरकरार रखने का आरोप लगाया गया है। समग्र रूप से, यह पुस्तक भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को अप्रत्याशित स्तरों से होने वाले खतरों के बारे में एक चेतावनी के रूप में काम करती है।
राजीव मल्होत्रा की पहली पुस्तक “On Artificial Intelligence and Future of Power” को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी। उनकी दूसरी पुस्तक “Breaking India 1.0,” जो 2014 में प्रकाशित हुई थी, में उन्होंने संयुक्त राज्य में दुश्मन ताकतों द्वारा भारत को धार्मिक व जातिगत विभाजन के माध्यम से तोड़ने के विभिन्न खतरों को बताया था। उनकी चेतावनियों के बावजूद, ये खतरे सफलतापूर्वक सामने नहीं लिए गए। उनकी नवीनतम पुस्तक में, मल्होत्रा बताते हैं कि भारत के लिए ये खतरे अब और भी खतरनाक हो गए हैं, क्योंकि इनकी प्रकृति और भारत की एकता और स्थिरता को खतरा पहुंचाने की क्षमता में वृद्धि हुई है। लेखक सुझाव देते हैं कि संयुक्त राज्य भारत की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा बन सकते हैं और उनकी नवीनतम पुस्तक भारत को भविष्य में किसी खतरे की ओर जाने से रोकने के लिए एक चेतावनी के रूप में काम करती है।